सभी प्राइवेट स्कूल कक्षा 1 से 12 तक एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाया वरना मानता हो जाएगी रद्द, स्कूल को करना पड़ेगा बंद :–CBSE
सभी प्राइवेट स्कूल कक्षा 1 से 12 तक एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाया वरना मानता हो जाएगी रद्द, स्कूल को करना पड़ेगा बंद:–CBSE
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी निजी स्कूलों को 1 से आठवीं तक एनसीईआरटी की किताब चलानी होगी इसका आदेश सभी स्कूलों को सीबीएसई ने नोटिफिकेशन निकाल कर दिया है इसकी जांच बोर्ड द्वारा रेंडमाली की जाएगी अगर कोई स्कूल आदेश का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाएगा तो उनकी मान्यता बोर्ड द्वारा रद्द कर दी जाएगी
कोई सीबीएसई ने कहा है कि अगर एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में स्कूल डिजिटल कंटेंट से पढ़ाई करवाई डिजिटल कंटेंट सीएफ स राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा पर उपलब्ध है इसके अलावा सीबीएसई ने नवमी से 12वीं तक के सभी विषयों का भी डिजिटल कंटेंट तैयार किया है इस डिजिटल कंटेंट को सीबीएसई वेबसाइट पर भी डाला गया है जिन विषयों की किताबें उपलब्ध नहीं है उन विषयों का डिजिटल कंटेंट बोर्ड वेबसाइट पर उपलब्ध कर दिया गया है
संबंधित स्कूल उन विषयों का डिजिटल कंटेंट डाउनलोड करके पढ़ाई करवाएंगे बोर्ड की माने तो स्कूल किताब नहीं होने का बहाना कर निजी प्रशासन की किताबें स्कूल से चलते हैं इसको देखते हुए बोर्ड ने एनसीईआरटी की डिजिटल कंटेंट तैयार किया है
स्कूल में एनसीईआरटी की किताबें चलाने की जानकारी लिखित देनी होगी स्कूलों को
स्कूल में एनसीईआरटी की किताबें चल रही है इसकी जानकारी स्कूल प्राचार्य को लिखित देनी होगी इसके लिए वोट में सभी प्राचार्य से लिखित आश्वासन मांगा है
अगर बोर्ड द्वारा दी गई किताब नहीं चलाई जाती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी वोट की होगी ऐसे स्कूल के खिलाफ वोट की ओर से कार्रवाई की जाएगी और उनकी मान्यताएं रद्द कर दी जाएगी फिर दोबारा भविष्य में उन्हें मानता नहीं दी जाएगी
एसएससी बोर्ड में एनसीईआरटी की सभी किताबों का डिजिटल कंटेंट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है अब निजी स्कूल के प्राचार्य सीबीएसई बोर्ड के वेबसाइट पर जाकर अच्छा एक कक्षा 12 तक की सभी डिजिटल कंटेंट डाउनलोड कर अपने बच्चों को पढ़ सकते हैं ऐसा नहीं करने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी
स्कूलों को अपनी वेबसाइट पर नवीन से 12वीं तक की किताबों को अपलोड करने का आदेश दिया गया है सभी निजी स्कूलों को यह आदेश दिया गया है कि वह अपने नवमी से 12वीं कक्षा में चलने वाली सभी किताबों को ताकि सीबीएसई को यह पता चले कि हमारी एनसीईआरटी की किताबें कौन-कौन निजी स्कूल चल रही है और कौन-कौन निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें नहीं चल रही है बल्कि वहां किसी निजी प्रशासन की किताबें चलाई जा रही है ऐसे में सीबीएसई को निगरानी करने में स्कूलों की सहुलत होगी