शिक्षा विभाग के बार-बार निर्देश के बावजूद अभिभावक शिक्षक बैठक में खानापूर्ति
शिक्षा विभाग के बार-बार निर्देश के बावजूद अभिभावक शिक्षक बैठक खानापूर्ति बनकर रह गई है
बिहार;–पहले प्राथमिक और मध्य विद्यालय में होती थी शिक्षक अभिभावक बैठक अब माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में भी किए जाएंगे शिक्षक अभिभावक बैठकों का आयोजन
सरकारी स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए अभिभावक व शिक्षक बैठक का आयोजन हर 15 दिन में होना है पर इसमें स्कूलों की लापरवाही सामने आई है जुलाई से 20 सितंबर के बीच सिर्फ 26 अगस्त को ही बैठक हुई थी इसमें महत्व 25 से 30 अभिभावक की शामिल हुए हैं यह स्थिति पटना जिले के ज्यादातर स्कूलों की है
पहले प्राथमिक और मध्य विद्यालय में ही अभिभावक शिक्षक बैठक होती थी इसका आयोजन अर्धवार्षिक परीक्षा और वार्षिक परीक्षा के बाद होता था पर अब माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में भी बैठक होनी है सभी स्कूलों में बैठक महीने में दो बार होनी है मासिक मूल्यांकन परीक्षा के बाद इसका आयोजन किया जाना है
अगस्त की बैठक में अभिभावकों ने दिए कई सुझाव
बच्चों की बैठने की पूरी व्यवस्था हो नंबर दो ब्लैक बोर्ड पर लिखा हुआ बच्चे को दिखाई नहीं देता है नंबर तीन अध्ययन भोजन करने वाले जगह की साफ सफाई हो नंबर चार खाना पहुंचाने में साफ सफाई रखी जाए नंबर पांच शिक्षकों द्वारा बच्चों के साथ व्यवहार ठीक हो नंबर 6 शौचालय की सफाई नियमित हो नंबर 7 कितना सत्र में प्रार्थना करने का मौका पर एक बच्चे को मिले
कन्या मध्य विद्यालय अदालतगंज में 723 बच्चे नामांकित हैं अभिभावक शिक्षक की पहली बैठक 26 अगस्त को आयोजित की गई थी इसमें मात्रा किस किस दिया विवाह की शामिल हुए फोन किया गया तो पता चला की मजदूरी करने गए अभिभावक बैठक में नहीं आ पाएंगे
मध्य विद्यालय शेखपुरा में 26 अगस्त को अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया इसमें मात्र 25 फ़ीसदी बच्चों के ही अभिभावक शामिल हुए इस स्कूल में 673 बच्चे नामांकित हैं आधे से अधिक बच्चों के अभिभावक बैठक में नहीं आए
प्राथमिक मध्य विद्यालय गोलघर में पिछले 3 महीने में एक भी अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन नहीं हुआ ना तो अभिभावकों को निमंत्रण पत्र भेजा गया और ना ही बैठक की सूचना दी गई
हर स्कूल को अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन नियमित करना है इसके लिए स्कूल को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं बच्चों में क्या प्रगति हुई है इसकी जानकारी अभिभावकों को हर महीने दी जानी है इसका आयोजन स्कूल अपने अक्षर पर करेगा जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया