मध्यान भोजन में अनियमित बढ़ते जाने को लेकर 11 हेड मास्टर साहब से जवाब तलब

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मध्यान भोजन में अनियमित बढ़ते जाने को लेकर 11 हेड मास्टर साहब से जवाब तलब

जिले के प्रारंभिक प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली भोजन की राशि को हेड मास्टर डकार रहे हैं बच्चों की उपस्थिति ज्यादा दिखाकर इस राशि में गवन किया जा रहा है कि स्कूलों में भौतिक सत्यापन के दौरान एक भी बच्चे नहीं पाए जा रहे हैं ।

इस तरह एमडीएम की राशि में बड़े पैमाने पर गोलमाल हो रहा है इस बात का खुलासा स्कूलों की जांच के दौरान हुआ है स्कूलों की जांच के दौरान एमडीएम में अनिवार्यता बढ़ते जाने को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 11 स्कूलों के हेड मास्टर से जवाब तलब किया है इन स्कूलों में मध्यान भोजन पंजी संधारित नहीं पाया गया इस तरह इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हेड मास्टर साहब अपनी सुविधा के अनुसार एमडीएम पूंजी का हिसाब कर राशि का उठाव कर लेते हैं 18 अप्रैल को लकड़ी नवीगंज प्रखंड के नया प्राथमिक विद्यालय डुमरा मध्य विद्यालय डुमरा नया प्राथमिक विद्यालय डुमरा चंदेल ओला तथा उत्क्रमित मिडिल स्कूल चंदौली का निरीक्षण किया गया था इस दौरान इन चारों स्कूलों में एमडीएम बन पाया गया था यानी कि इस दौरान बच्चों के लिए एमडीएम नहीं बनाया गया

जांच के दौरान उपस्थित नहीं थे बच्चे

इसी तरह 13 अप्रैल को जरा देवी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय फुलवरिया का निरीक्षण किया गया था इस दौरान छात्र एवं उपस्थित नहीं पाए गए थे जबकि राजकीय मध्य विद्यालय मिश्रौली में 205 छात्राओं का नामांकन है लेकिन निरीक्षण के दौरान एक भी बच्चे नहीं पाए गए थे इसी तरह राजकीय मध्य विद्यालय हरिपुरा का निरीक्षण किया गया था इस स्कूल में 208 बच्चों का नामांकन है रजिस्टर में कुछ साथ बच्चों को पुष्टि दिखाई गई थी लेकिन सत्यापन के दौरान मात्र 30 बच्चे ही पाए गए

99 की जगह 35 बच्चे पाए गए

जबकि नौतन प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सेमरा कन्या में 99 बच्चों का नामांकन है लेकिन मार्च 35 बच्चे ही उपस्थित पाए गए थे वहीं उत्क्रमित मिडिल स्कूल नरकटिया में 160 बच्चों का नामांकन 109 बच्चे का रजिस्टर में उपस्थित दिखाया गया था लेकिन निरीक्षण के दौरान एक भी बच्चे उपस्थित नहीं पाए गए इसके अलावा अन्य स्कूलों में भी एमडीएम में गड़बड़ी पाया गया था तो स्कूलों में इंडियन पंजी संधारित नहीं था इससे भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हर मास्टर अपनी सुविधा के अनुसार पंजी में राशि भरकर उसका उठाव कर लेते हैं इन सभी को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जलस जवाब तलब किया गया है ।

इधर निरक्षी से है मास्टर के बीच हर काम मच गया है हालांकि एमडीएम में गड़बड़ी या एमडीएम बंद होने के मामले में प्रखंड स्तर पर भी उदासीनता भारती जा रही रही है करण की इसकी मॉनीटरिंग के लिए सभी प्रखंडों में साधनों से भी के पद स्थापना की गई है लेकिन उनके द्वारा भी मॉनिटरिंग नहीं किया जा रहा है नतीजतन एमडीएम में गड़बड़ी की जा रही है

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