शिक्षा विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर व प्रधान लिपिक को निगरानी ने रंगे हाथ पकड़ा, कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा हुई बर्खास्त जबकि लिपिक हुए नीलबित

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शिक्षा विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर व प्रधान लिपिक को निगरानी ने रंगे हाथ पकड़ा, कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा हुई बर्खास्त जबकि लिपिक हुए नीलबित

 

निगरानी विभाग की टीम ने 05 मई को अरवल से दो घूसखोर कर्मचारियों को रंगेहाथ घूस लेते दबोचा था। दोनों मिलकर एक सेवानिवृत शिक्षक से 50 हजार रुपए घूस ले रहे थे तभी विजिलेंस की टीम ने दोनों को मौके से धर दबोचा था। आज 6 मई को शिक्षा विभाग ने दोनों के ऊपर कार्रवाई की है।

प्रधान लिपिक मनोज कुमार को निलंबित करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आयुक्त के सचिव-सह-क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, मगध प्रमंडल, गया को अनुशंसा पत्र भेजा है। वही कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कुमार शर्मा का नियोजन तत्काल प्रभाव से नियोजन समाप्त कर सेवा से मुक्त कर दिया है। इसे लेकर अरवल के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है।

बता दें कि सोमवार 5 मई को बिहार के अरवल जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी ने बड़ी कार्रवाई की थी। अरवल के जिला शिक्षा कार्यालय (DEO) में तैनात शिक्षा विभाग के प्रधान लिपिक मनोज कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कुमार शर्मा को अरवल के भवानी होटल में एक रिटायर शिक्षक से सेवानिवृति का लाभ देने के एवज में 50,000/- (पचास हजार) रुपये घूस लेते दोनों कर्मचारियों को रंगेहाथ निगरानी ने दबोचा था। पीड़ित शिक्षक अरवल के मेहंदिया थाना क्षेत्र के स्व. रामरूप सिंह के बेटे कृष्णनन्द सिंह ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में दिनांक 21.04.25 को शिकायत दर्ज कराया गया था कि आरोपी मनोज कुमार, सहायक एवं संतोष कुमार, कम्प्यूटर ऑपरेटर, दोनों डी०ई०ओ० कार्यालय, शिक्षा विभाग, जिला-अरवल द्वारा सेवांत लाभ का भुगतान करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है।

निगरानी ब्यूरो ने पीड़ित की शिकायत का सत्यापन कराया। सत्यापन के क्रम में आरोपी मनोज कुमार, सहायक एवं संतोष कुमार शर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर दोनों डी०ई०ओ० कार्यालय, शिक्षा विभाग, जिला अरवल द्वारा रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया। प्रथम दृष्टया आरोप सही पाये जाने के पश्चात् उपरोक्त कांड अंकित कर अनुसंधानकर्ता पवन कुमार-।।, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया था। जिनके द्वारा कार्रवाई करते हुए अभियुक्त मनोज कुमार, प्रधान लिपिक एवं संतोष कुमार शर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर, दोनों डी०ई०ओ० कार्यालय, शिक्षा विभाग, जिला अरवल को 50,0००/- (पचास हजार) रुपये रिश्वत लेते डी०ई०ओ० कार्यालय के निकट भवानी होटल से रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था।

अभियुक्तों को पूछताछ के बाद विशेष न्यायालय, निगरानी, पटना में पेश किया गया जिसके बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इधर शिक्षा विभाग ने दोनों घूसखोर कर्मचारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रधान लिपिक मनोज कुमार निलंबित करने के लिए आयुक्त के सचिव-सह-क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, मगध प्रमण्डल, गया को अनुशंसा पत्र भेजा गया है वही कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कुमार शर्मा का नियोजन तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। संतोष शर्मा को सेवा से मुक्त कर दिया है।

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