10वीं फेल महिला बन गई सरकारी शिक्षक, 19 साल से शिक्षा विभाग नहीं हुई खबर, अब ऐसे खुला राज

10वीं फेल महिला बन गई सरकारी शिक्षक, 19 साल से शिक्षा विभाग नहीं हुई खबर, अब ऐसे खुला राज
बिहार में शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए हैं। लेकिन अब जो गड़बड़ी सामने आई है, उसका संबंध 19 साल पहले हुए पहले शिक्षक भर्ती से जुड़ा है। जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 10वीं फेल महिला को बिहार में प्राथमिक स्कूल का शिक्षक बना दिया।
19 साल से महिला नियमित रूप से स्कूल में पढ़ा रही है और नियमित रूप से सैलरी भी ले रही है। इस बीच शिक्षा विभाग के पास एक शिकायत पहुंची और शिक्षिका की नियुक्ति को ही गलत बता दिया। जिसके बाद अब नियुक्ति की जांच शुरू हो गई है।
यह पूरा मामला बेतिया जिले के गंडक दियारा पार के भितहा प्रखंड अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर से जुड़ा है। जहां तकरीबन 19 सालों से अनीता कुमारी शिक्षिका की नौकरी कर रही हैं। इसी बीच अचानक अनिता की छोटी बहन ने दावा किया है कि असली अनिता कुमारी वह है, वहीं जो स्कूल में शिक्षिका की नौकरी कर रही है, वह बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता है। जो 10वीं पास भी नहीं है।
शिक्षिका पर उसकी छोटी बहन ने आरोप लगाया है कि वह मेरे यानि अनीता कुमारी के शैक्षणिक प्रमाण पत्र का उपयोग कर फर्जी तरीके से शिक्षिका की नौकरी कर रही है. उसने शिक्षा पदाधिकारी को दिए आवेदन में बताया है कि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने धोखाधड़ी कर 2006 में शिक्षिका की नौकरी पाई है
उसने बताया है कि वर्ष 2002 में मैट्रिक और 2004 में इंटर की परीक्षा पास की थी. जबकि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने 10 वीं फेल होने पर पढ़ाई छोड़ दी थी. वह अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता सूची को सबूत के तौर पर पेश कर रही है.
छोटी बहन के आरोपों को बताया गलत
दूसरी ओर शिक्षिका अनिता कुमारी उर्फ अनीता गुप्ता का कहना है कि वही असली अनीता गुप्ता हैं। उन्होंने 2006 में इसी नाम से शिक्षक की नौकरी पाई थी। उन्होंने खुद को मुन्नी गुप्ता बताए जाने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
बीईओ ने दिए जांच के आदेश
भितहा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णनंदन राय ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपी शिक्षिका से मैट्रिक से लेकर उच्च शिक्षा से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई है. इसके अलावा आधार कार्ड, वोटर आईडी और पैन कार्ड भी मांगे गए हैं. पांच दिन पूर्व छोटी बहन ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को भी दी गई है। बीईओ ने कहा कि वह खुद भी इस बात की जांच करेंगे कि आखिर छोटी बहन ने 19 साल बाद यह शिकायत क्यों की और अब तक क्यों चुप थी।