बिहार में विशिष्ट शिक्षकों के वेतन को लेकर बड़ी खबर, अब हर एक माह की 1 से 5 तारीख तक वेतन का भुगतान नहीं होने पर DEO व DPO पर होंगी करवाई, ससमय वेतन भुगतान नहीं होने पर विभाग के मोबाइल नंबर पर शिक्षकों को शिकायत करने की मिली जिम्मेदारी  - News TV Bihar

बिहार में विशिष्ट शिक्षकों के वेतन को लेकर बड़ी खबर, अब हर एक माह की 1 से 5 तारीख तक वेतन का भुगतान नहीं होने पर DEO व DPO पर होंगी करवाई, ससमय वेतन भुगतान नहीं होने पर विभाग के मोबाइल नंबर पर शिक्षकों को शिकायत करने की मिली जिम्मेदारी 

0

बिहार में विशिष्ट शिक्षकों के वेतन को लेकर बड़ी खबर, अब हर एक माह की 1 से 5 तारीख तक वेतन का भुगतान नहीं होने पर DEO व DPO पर होंगी करवाई, ससमय वेतन भुगतान नहीं होने पर विभाग के मोबाइल नंबर पर शिक्षकों को शिकायत करने की मिली जिम्मेदारी 

 

बिहार सरकार ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसके तहत विशिष्ट शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर नया दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इस आदेश के अनुसार, बिहार के विशिष्ट शिक्षकों को वेतन केवल तब मिलेगा जब उनके पास परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नंबर (पीआरएएन) होगा।

 तुमको साथ समय वेतन भुगतान नहीं होने की स्थिति में शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने मोबाइल नंबर जारी किया है उन्होंने मोबाइल नंबर जारी कर कहा है कि जिन जिलों में बिना वजह के शिक्षकों के वेतन भुगतान में विलंब हो रही है वहां के शिक्षक निम्न नंबरों पर फोन कर इसकी जानकारी दें शिक्षकों की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी और शिक्षा विभाग के वैसे अधिकारी जिनकी वजह से वेतन भुगतान में देरी हो रही है उन पर विभाग कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी

 आपको बता दें की विशिष्ट शिक्षकों के वेतन भुगतान मे बिना किसी वजह के लेट करने व शिक्षकों को शसमय वेतन भुगतान नहीं करने पर विभाग द्वारा जारी मोबाइल नंबर पर फोन कर इसकी जानकारी देने के लिए शिक्षकों को कहा गया नंबर ये है :–922920620, 922920620

प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि जिन शिक्षकों के पास पीआरएएन नहीं होगा, उनका वेतन रोका जा सकता है। इसको लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं।

पीआरएएन क्या है?

पीआरएएन (Permanent Retirement Account Number) एक 12 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या है, जो राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के तहत पेंशन खाते को ट्रैक करने के लिए दी जाती है। यह नंबर व्यक्ति के पेंशन खाते से जुड़ी सभी गतिविधियों और लेन-देन को मॉनिटर करने में मदद करता है। यह संख्या पूरे जीवनभर के लिए मान्य होती है और इसके आधार पर शिक्षक को विभिन्न भत्ते जैसे महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, चिकित्सा भत्ता, शहरी परिवहन भत्ता आदि मिलते हैं।

विशिष्ट शिक्षक कौन होते हैं?

विशिष्ट शिक्षक वे होते हैं जिन्होंने सक्षमता परीक्षा (competency test) पास किया है और जिन्हें राज्य सरकार की ओर से एक विशेष नियुक्ति प्राप्त होती है। इन शिक्षकों के वेतन भुगतान, उनके योगदान और सुविधाओं के सही तरीके से ट्रैकिंग के लिए अब पीआरएएन अनिवार्य कर दिया गया है।

पीआरएएन बनाने की प्रक्रिया

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के तहत विशिष्ट शिक्षकों को पीआरएएन बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह आवेदन एनपीएस पोर्टल पर किया जा सकता है। शिक्षक को एक नोडल पदाधिकारी द्वारा सत्यापित और स्वीकृत किया जाएगा। इसके बाद, पीआरएएन नंबर आवंटित किया जाएगा। एक बार पीआरएएन मिलने के बाद, शिक्षा विभाग इस डेटा को एचआरएमएस पोर्टल पर अपलोड करेगा, जिसमें शिक्षक के शैक्षणिक प्रमाणपत्र, जॉइनिंग की जानकारी और अन्य आवश्यक विवरण होंगे।

क्यों जरूरी है पीआरएएन?

1 .पेंशन ट्रैकिंग: पीआरएएन, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में शिक्षक के पेंशन खाते से जुड़ी सभी गतिविधियों का ट्रैक रखता है। यह शिक्षक के लिए वित्तीय सुरक्षा और भविष्य के लिए एक सुनिश्चित पेंशन प्रदान करता है।

2 .भत्तों का वितरण: पीआरएएन के माध्यम से शिक्षक को विभिन्न भत्तों का लाभ मिल सकता है, जैसे महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, चिकित्सा भत्ता, और शहरी परिवहन भत्ता। ये सभी भत्ते शिक्षक के वेतन में वृद्धि करने में मदद करते हैं।

3 .स्वतंत्र और पारदर्शी प्रक्रिया: पीआरएएन प्रणाली के लागू होने से शिक्षक का पूरा वेतन और पेंशन संबंधी डेटा एक पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से ट्रैक किया जा सकता है, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता को रोका जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे