छात्रों की 50.75% से अधिक उपस्थिति वाले स्कूलों की संख्या में 19 गुना हुई वृद्धि - News TV Bihar

छात्रों की 50.75% से अधिक उपस्थिति वाले स्कूलों की संख्या में 19 गुना हुई वृद्धि

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छात्रों की 50.75% से अधिक उपस्थिति वाले स्कूलों की संख्या में 19 गुना हुई वृद्धि , हाजिरी के साथ शिक्षा के गुणवत्ता में भी हुआ है काफी हद तक सुधार

 

ढाई महीना पहले बिहार की स्कूली शिक्षा का क्या नया सवेरा था इस दिन सुधार की बुनियाद पड़ी स्कूलों में छात्रों की 75% उपस्थिति अनिवार्य की गई इस फैसले का विरोध भी हुआ तरह-तरह के सवाल उठ शिक्षक से लेकर शिक्षा अधिकारियों के गले यह आदेश उत्तर नहीं पा रहा था लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह स्वीकार होता गया और 80 दिनों में 75% से अधिक उपस्थिति वाले स्कूलों की संख्या में 19 गुना तक की बढ़ोतरी हो गई

 

1.42 प्रतिशत से 27% तक पहुंच गई वैसे लक्ष्य अभी कोसों दूर है छात्र-छात्राओं की 50% से कम उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी 1 जुलाई 2023 को शिक्षा विभाग ने यह फरमान जारी किया उसे समय राज्य के 64% अर्थात 48000 स्कूलों में 50% से कम बच्चे आते थे

 

आज ऐसे स्कूलों की संख्या 64% से घटकर मात्र 2.41% रह गई है स्कूलों में निरीक्षण करने गए पदाधिकारी की रिपोर्ट यह बताती है कि पिछले ढाई माह में तो दर्जन से अधिक तरह के आदेश जिला स्कूलों और कॉलेजों को जारी हुए हैं जिलाधिकारी को भी कई मामले की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है पहले फॉक्स शिक्षकों की पूरे दिन स्कूलों में उपस्थित पर दी गई वहीं स्कूल कॉलेज में विद्यार्थियों की हाजिरी को प्राथमिकता दी गई

 

1 जुलाई को राज्य में मात्र 1.42% ऐसे स्कूल थे जहां 75% से अधिक छात्राओं की उत्पत्ति रहती थी अब यह संख्या बढ़कर 27% हो गई है इस तरह ऐसे स्कूलों की संख्या में 19 गुना वृद्धि हुई शैक्षणिक सुधार की दिशा में राज्य के हर डिग्री कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों की हाजिरी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को ईमेल पर भेजी जा रही है वहीं हर दिन सभी जिलों के पदाधिकारी अपने-अपने जिले के सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ-साथ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उसे दिन के पठान पाटन की गतिविधि की जानकारी ले रहे हैं विभाग का दावा है कि प्रतिदिन 65000 से अधिक प्रधानाध्यापक अपने स्कूल से संबंधित जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से दे रहे हैं 1 सितंबर से सुबह के सभी स्कूलों में निजी एजेंसी के माध्यम से साफ सफाई कराई जा रही है

बच्चों को प्रतिदिन दिए जाएंगे गृह कार्य

सरकारी विद्यालयों में भी निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को प्रतिदिन गृह कार्य दिए जा रहे हैं इस बच्चे पूरा किए हैं या नहीं इसकी जांच अगले दिन शिक्षक करते हैं जांच के बाद उसे पर शिक्षक हस्ताक्षर कर रहे हैं और अभिभावकों से भी हस्ताक्षर लेते हैं वहीं 6 से 12 कक्षा के बच्चों का साप्ताहिक मूल्यांकन हो रहा है हर 15 दिन पर अभिभावक और शिक्षकों की स्कूलों में बैठक को अनिवार्य किया गया है

 

9:00 से 4:00 बजे तक नहीं चलेंगे कोई भी कोचिंग संस्थान

 

विभाग कसक आदेश है कि स्कूल अवधि में अर्थात सुबह 9:00 से शाम 4:00 बजे तक कोचिंग नहीं चलेंगे जिलों में कोचिंग संस्थानों के समय में परिवर्तन किए गए हैं वहीं स्कूलों में पढ़ाई बाधित नहीं हो इसको लेकर अतिथि शिक्षकों की सेवा ली जा रही है खासकर गणित विज्ञान और अंग्रेजी के विषयों के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और क्षेत्रीय शिक्षा निदेशक कोई अजिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी पांच पांच स्कूलों को गोद ले

 

विश्वविद्यालय के लिए परीक्षा कैलेंडर हुए जारी

 

3 जुलाई को शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालय के लिए परीक्षा कैलेंडर जारी किया है इसके तहत सभी लंबित परीक्षाएं ज्यादा लेकर रिजल्ट जारी करने को कहा गया है साथी आगे की परीक्षाएं समय पर लेकर रिजल्ट जारी करने को कहा गया है इस दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा करवाई जा रही है यह भी साफ किया गया है कि 75% से कम उपस्थिति वाले विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दिया जाएगा

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