सरकार का बड़ा फैसला महिलाओं के आरक्षित पद खाली रहने पर पुरुषों की होगी बहाली
पिछले दिनों 170000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच मामले पर बीएससी और शिक्षा विभाग के बीच पत्राचार से बड़ी कड़वाहट खत्म हो गई है मंगलवार को बीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के साथ ही आयोग और विभाग की उच्च अधिकारियों के बीच हुई बैठक में वर्तमान शिक्षक भर्ती से लेकर आगामी वैकेंसी पर चर्चा हुई तय किया गया कि अगले महीने की बीएससी से दूसरे के तहत वैकेंसी जारी कर दी जाएगी लक्ष्य रखा गया कि नवंबर के अंत तक परीक्षा और दिसंबर में परिणाम घोषित कर दिया जाएगा दूसरे चरण में लगभग 1 लाख से अधिक वैकेंसी होगी ।
इसमें कक्षा 6 से 8 का लगभग तक लगभग 52000 की रिक्ति आएगी जबकि कक्षा 9 से 12 तक के रिक्त रह गए पदों को भी दूसरे चरण की वैकेंसी में जोड़ने के बाद कल व्यक्ति प्राप्त होगी कक्षा 1 से 5 तक शिक्षक की रिक्ति नहीं आएगी शिक्षा विभाग का लक्ष्य की वर्तमान शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जारी होते ही अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में बीएससी को वैकेंसी भेज दी जाएगी ताकि 15 अक्टूबर तक आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाए
बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा है महिलाओं के आरक्षित पद खाली रह जाने पर पुरुषों से भरी जाएगी आरक्षित सीटें
वर्तमान में 170000 शिक्षक भर्ती के लिए 75% रिजल्ट देने का लक्ष्य रखा गया है इसमें कक्षा 1 से 5 तक की रिक्ति में 50% महिला अभ्यर्थियों के लिए रिजर्व है कक्षा 9 से 12 तक कीर्ति में 35% महिलाओं के लिए सीट रिजर्व है हाई स्कूल में महिला अभ्यर्थियों की संख्या कम होने पर सेट पुरुष अभ्यर्थियों से भरे जाएंगे
कक्षा 1 से 5 तक के लिए नहीं आएगी दूसरी चरण में वैकेंसी बिहार सरकार ने किया क्लियर
अक्टूबर में आने वाली वैकेंसी में कक्षा 1 से 5 तक की रिक्ति नहीं आएगी इन कक्षाओं के लिए पर्याप्त संख्या में शिक्षक रहने का अनुमान है अभी 170000 शिक्षक भर्ती के दौरान कक्षा 6 से 8 की कक्षाओं के शिक्षक पदों की रिक्ति नहीं थी इसलिए कक्षा 6 से 8 तक की रीति अधिक होगी
न्यूनतम अंक में भी छूट देने पर सरकार कर रही है विचार
अभी सामान्य अध्ययन की लिखित परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिए 40% पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5% अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 34% अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति महिला व दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 32% न्यूनतम अहर्तांक है लेकिन कल रिक्ति का पत्र 75% रिजल्ट देने के लिए न्यूनतम अंक को कम किया जा सकता है
हाई स्कूल शिक्षकों का परिणाम 25 सितंबर तक आएगा
बीएससी के अनुसार कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 25 सितंबर तक जारी कर दिया जाएगा कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक पद के लिए सभी 7 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच नहीं कराई जाएगी बल्कि अंकों के आधार पर शार्ट लिस्ट किए गए लगभग एक लाख अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जांच होगी
प्राइमरी व मिडिल स्कूल का का एक ही होगा शैक्षिक कैलेंडर
राजकीय 70000 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ाई अब एक ही शैक्षणिक कैलेंडर से होगी पहले से आठवीं तक के बच्चों को होमवर्क भी एक ही शिक्षक कैलेंडर से दिया जाएगा इससे सभी जिलों के सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई होमवर्क और मूल्यांकन में एकरूपता होगी
कक्षा 6 से 8 तक लगभग 52000 वैकेंसी आएगी 15 अक्टूबर तक आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रही है बिहार सरकार
कक्षा 9 से 12 तक के रिक्त रह गए पद और नए पदों को जोड़कर उच्च व उत्तर माध्यमिक स्कूलों की आएगी वैकेंसी
390000 प्राथमिक शिक्षक बनने पर अभी भी लगा है सबसे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आप कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक पद के लिए डीएलएड उत्तीर्ण वाले ही शिक्षक बन सकेंगे इस संबंध में बीएससी में शिक्षा विभाग से स्पष्ट गाइडलाइन मांगी है सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत 390000 B.Ed पास अभ्यर्थियों के प्राथमिक शिक्षक बनने पर अभी भी संशय बना हुआ है शिक्षा विभाग के अनुसार मामले में मध्यामिकता से राय विमर्श कर बीएससी को जानकारी दी जाएगी पिछले माह अगस्त में सुप्रीम कोर्ट में बिहार में शिक्षक भर्ती मामले पर अलग से कोई आदेश तो नहीं दिया था लेकिन अपेक्षा की थी कि पिछला आदेश की यहां लागू हो इसमें कहा गया था कि कक्षा 1 से 5 तक के लिए बेड उत्तेजित नहीं सिर्फ डीएलएड और इसके समकक्ष उतरे नहीं प्राथमिक शिक्षक बन सकेंगे