कृषि दुनिया के सच्चे संरक्षक हैं राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ,  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कृषि अधिकारों पर पहले वैश्विक संगोष्ठी का क्या उद्घाटन - News TV Bihar

कृषि दुनिया के सच्चे संरक्षक हैं राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ,  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कृषि अधिकारों पर पहले वैश्विक संगोष्ठी का क्या उद्घाटन

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कृषि दुनिया के सच्चे संरक्षक हैं राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ,  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कृषि अधिकारों पर पहले वैश्विक संगोष्ठी का क्या उद्घाटन

 

 

 

नई दिल्ली :–राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि किसानों ने मानवता को मिले प्रकृति के उपहार कृषि जैव विविधता को सदियों से बचाकर रखा है इसलिए इसमें कोई दो राय नहीं है कि किसान ही इस दुनिया के सच्चे संरक्षक हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को यहां किसान अधिकारों पर पहले वैश्विक संगोष्ठी का उद्घाटन किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया का कृषक समुदाय इसका असली संरक्षक है क्योंकि उसे नहीं प्रकृति के उपहार कृषि जैव विविधता को बचाकर रखा है उन्होंने कहा कि सभी को फसलों पौधों तथा प्रजातियों की विभिन्न किस्म की रक्षा करनी चाहिए और उनके संरक्षण के किसानों के प्रयास की सराहना की जानी चाहिए

किसानों के अधिकार पर होगी चर्चा

तीन दिन तक चलने वाली इस कार्यक्रम में डेढ़ सौ देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं इसमें नई किस्म बनाने वाली और देसी और परंपरागत किसानों को बचाने का काम करने वाले भारत के किस भी शामिल हो रहे हैं कार्यक्रम में कृषि सचिव मनोज अहूजा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण अथॉरिटी के अध्यक्ष डॉक्टर त्रिलोचन महापात्र और फाओ मुख्यालय रूम के सचिव डॉक्टर कैंट ननदोजी सहित कई लोग मौजूद रहे कार्यक्रम में तीन दिन तक बीच किस्म के एक्सचेंज और अलग-अलग देश में किसानों के अधिकार को लेकर चर्चा होगी

भारत विविधता से भरपूर विशाल देश है

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत विविधता से भरपूर विशाल देश है जिसका क्षेत्रफल विश्व का केवल दो पॉइंट चार प्रतिशत है लेकिन विश्व के पौधों की विभिन्न किस्म और जानवरों की सभी दर्ज पर जातियों का साथ से 8% भारत में मौजूद है उन्होंने कहां की जैव विविधता के क्षेत्र में भारत पौधों और प्रजातियों की विस्तृत श्रृंखला से संपन्न देशों में से एक है भारत की यह समृद्ध कृषि जैव विविधता वैश्विक समुदाय के लिए अनुपम विधि रही है उन्होंने कहा कि हमारे किसानों ने करीम परिश्रम और उद्यमिता से पौधों की स्थानीय किस्म का संरक्षण किया है जंगली पौधों को अपने अनुरूप बनाया है और पारंपरिक किस्म का पोषण किया है इससे फसल कार्यक्रमों को बल मिला है तथा मनुष्यों और पशुओं के लिए भोजन एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित हुई है उन्होंने कहा कि कृषि अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास में भारत को 1950 51 के बाद से खाद्यान्न बागवानी मत्स्य पालन दूध और अंडे के उत्पादन को कई गुना बढ़ाने में योगदान दिया है इसका राष्ट्रीय खाद्य और पोषण सुरक्षा पर अनुकूल प्रभाव पड़ा है उन्होंने कहा कि कृषि जैव विविधता संरक्षकों और परिश्रमी किसने वैज्ञानिकों तथा नीति निर्माता के प्रयासों ने सरकार के समर्थन से देश में कई कृषि क्रांतियां में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है

वनस्पतियों का संरक्षण सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इन वनस्पतियों का संरक्षण सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इस संगोष्ठी का आयोजन खाद्य और कृषि संगठन रूम के खाद एवं कृषि पादप अनुवांशिक संसाधनों पर अंतरराष्ट्रीय संधि सचिवालय द्वारा किया जा रहा है संतुष्टि का आयोजन खाद्य और कृषि संगठन फाओ रोम के खाद और कृषि पादप अनुवांशिक संसाधनों पर अंतरराष्ट्रीय संधि के सचिवालय द्वारा किया जा रहा है केंद्र कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय पौधा किस्म और किसान आईसीएआर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और आईसीएआर राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो के उपयोग से आयोजित कर रहा है

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