शिक्षकों ने लोकसभा चुनाव में खुलकर भाजपा व JDU को वोट नही दो का नारा के साथ किया विरोध, शिक्षकों को दो पहले सम्मान
शिक्षकों ने लोकसभा चुनाव में खुलकर भाजपा व JDU को वोट नही दो का नारा के साथ किया विरोध, शिक्षकों को दो पहले सम्मान
हार में लोक सभा का चुनाव चल रहा है। ऐसे में एक सरकारी विद्यालय में एक शिक्षक के द्वारा स्कूल के छात्रों को भड़काने का मामला सामने आया है, जिसमें शिक्षक के द्वारा उन बच्चों को यह कहा जा रहा है कि अपने अपने मां-बाप को बोलो कि कमल छाप यानी भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं दें।
शिक्षक के इस करतूत पर ग्रामीण भड़क गए और अब ग्रामीणों से जिला शिक्षा पदाधिकारी से उस आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
भाजपा के कमल छाप पर वोट नहीं करे
मामला मुज़फ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड का है, जहां अमरख मध्य विद्यालय के शिक्षक हरेंद्र रजक पर स्कूली छात्र छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाये हैं। बच्चों का कहना है कि उसके विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक हरेंद्र रजक ने यह कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच किलो सड़ा-गला अनाज देते हैं। उनके द्वारा दिया गया यह 5 किलो राशन भीख जैसा लगता है। इसलिए अपने-अपने माता-पिता को जाकर कहना और यह समझाना कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कमल छाप पर वोट न दें। छुट्टी होने पर जब बच्चे घर गए तो शिक्षक हरेन्द्र रजक की बातों की चर्चा अपने परिजनों से की। यह बात सुनते ही सभी लोग भड़क गये और अगले ही दिन विद्यालय पर पहुंचकर शिक्षक का विरोध करने लगे। अब लोग उस शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी से की लिखित शिकायत
हर घर में इस बात की चर्चा होने के बाद परिजन आक्रोशित होकर विद्यालय पहुँच गये और हंगामा करने लगे। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से लिखित शिकायत की है। इस शिकायत पत्र में शिक्षक हरेंद्र रजक पर समाज में नफरत पैदा करने का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है। इसलिए आरोपी शिक्षक हरेंद्र रजक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।