85000 और नियोजित शिक्षक राज्य कर्मी बनने को तैयार, बहुत जल्द मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियोजित शिक्षकों का राज्यकर्मी का दर्जा
85000 और नियोजित शिक्षक राज्य कर्मी बनने को तैयार, बहुत जल्द मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियोजित शिक्षकों का राज्यकर्मी का दर्जा
राज में तकरीबन 85000 और नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा देकर राजकर्मी बनने की तैयारी में जुटे हुए हैं यह सभी ऐसे नियोजित शिक्षक है जो साक्षमता परीक्षा में बैठने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भर चुके हैं साक्षमता परीक्षा की तैयारी अंतिम दौर में है परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी यह दूसरी साक्षमता परीक्षा होगी
साक्षमता परीक्षा के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 4 में तक थी इस बनाकर 6 में कर दी गई थी नियोजित शिक्षकों शारीरिक शिक्षकों व पुस्तकालय अध्यक्ष को के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा दी जाने वाली या दूसरी शिक्षक का परीक्षा होगी इसमें बैठने के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म 26 अप्रैल से ही भरे जा रहे थे
परीक्षा में पास होने के लिए सामान्य कोटि की नियोजित शिक्षकों के लिए न्यूनतम 40 भेज दिए अंक पिछड़ा वर्ग कोटी की नियुक्ति शिक्षकों के लिए न्यूनतम 36.5 फीसद अंक अत्यंत पिछड़ा वर्ग के नियोजित शिक्षकों के लिए न्यूनतम 34 भेज दिया अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कोटी जाती व्यंग कोटी वह महिला कोटि के नियोजित शिक्षकों के लिए न्यूनतम 32 फिसडी अंक लाने की अनिवार्यता है
इसमें कक्षा एक से कक्षा पांचवी तक के शिक्षक कक्षा 6 से कक्षा आठवीं तक की शिक्षा कक्षा 9 से 9 10 के शिक्षक एवं कक्षा 11 से 12वीं कक्षा के नियोजित शिक्षक इस परीक्षा में शामिल होंगे खास बात यह है कि इसमें पहले साक्षरता परीक्षा को तीन उन नियोजित शिक्षकों को भी शामिल करने का मौका दिया गया है जो अपने आवत जिले से संतुष्ट नहीं है इसके साथ ही वैसे नियोजित शिक्षक जिन्होंने पहले सूचना परीक्षा का शुल्क सहित फॉर्म भरा लेकिन परीक्षा में बैठ नहीं पाए उन्हें भी इसमें बिना शुल्क के बैठने की सुविधा प्रदान की गई है
पहले साक्षमता परीक्षा की तरह ही दूसरी साक्षमता परीक्षा भी कंप्यूटर बेस्ड होगी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गई अध्यापक नियुक्ति परीक्षा का पाठ्यक्रम ही साक्षमता परीक्षा का पाठ्यक्रम होगा परीक्षा में एक-एक अंक के 150 प्रश्न पूछे जाने हैं सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे पहली सफलता परीक्षा की तरह ही दूसरी सक्षम का परीक्षा में भी नेगेटिव मार्किंग के प्रावधान नहीं किए गए हैं
कक्षा एक से कक्षा पांचवी के शिक्षकों से 30 अंकों की भाषा 40 अंकों का सामान अध्ययन एवं 80 अंकों का सामान्य विशेष सवाल पूछे जाने हैं जबकि कक्षा 6 से आठवीं कक्षा के शिक्षकों से 30 अंकों की भाषा 40 अंक का सामान्य अध्ययन 80 अंकों के संबंधित विषय से सवाल पूछे जाने हैं जबकि कक्षा 9 और 10 के शिक्षकों से 30 अंकों का भाषा 40 सड़कों का सामान्य अध्ययन 80 अंकों का सामान संबंधित विषय से सवाल पूछे जाने हैं कक्षा 11वीं और 12वीं कक्षा के शिक्षकों से 30 अंकों की भाषा 40 संतों के समान अध्ययन एवं 80 अंकों के संबंध विषय से सवाल पूछे जाने हैं
आपको याद दिला दूं की पहली साक्षमता परीक्षा में तकरीबन 177 नियोजित शिक्षक ने सफलता आई थी इनमें 11वीं और 12वीं कक्षा के 5000 जबकि 9वीं 10वीं के 20000 छठी से आठवीं के 22000 और कक्षा एक से पांचवी के 149000 शिक्षक शामिल है