बिहार के शिक्षकों के अब आएँगे अच्छे दिन, ACS डॉ एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों को दी जानकारी

0
IMG-20250129-WA0519

बिहार के शिक्षकों के अब आएँगे अच्छे दिन, ACS डॉ एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों को दी जानकारी

 

शिक्षकों का पहला हक वेतन पर है। इस बयान के साथ उन्होंने सैलरी से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं में प्राथमिकता देने की बात कही और कहा कि यदि किसी शिक्षक का वेतन या एरियर लंबित रहता है तो संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस निर्णय से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि राज्य सरकार अब शिक्षा के स्तर को सुधारने और शिक्षकों की गरिमा बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठा रही है।

कार्यक्रम ‘शिक्षा की बात : हर शनिवार’ के दौरान बीपीएससी टीआरई-1 के एक चयनित शिक्षक की चिट्ठी ने पूरी व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान खींचा। चिट्ठी में शिक्षक ने लिखा कि जिलों को समय पर फंड मिलने के बावजूद शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा।ई-शिक्षा कोष के तहत निगरानी के आदेश होने के बावजूद इसे लागू नहीं किया जा रहा। संबंधित अधिकारियों – डीईओ और डीपीओ – पर कोई कार्रवाई नहीं होती। इस पत्र को मंच से पढ़वाया गया और एसीएस ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कार्यवाही की बात कही।

शिक्षक द्वारा भेजे गए पत्र में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई – भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार। डीईओ, डीपीओ और उनके कार्यालयों के क्लर्क मेडिकल लीव, मातृत्व अवकाश और वेतन समस्याओं पर शिक्षकों से ‘चढ़ावा’ (घूस) की मांग करते हैं।

‘तू’ कहकर अपमानित करते हैं और घंटों इंतजार करवाते हैं।

इन गंभीर आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए एसीएस ने कहा कि ऐसी शिकायतें ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर मिलती रहती हैं और उन पर विभागीय कार्रवाई की जाती है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी कि ऐसी किसी भी लापरवाही या भ्रष्टाचार को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एसीएस सिद्धार्थ ने यह भी बताया कि बीपीएससी टीआरई-2 और 3 के तहत चयनित महिला शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू होगी। स्थानांतरण का आधार दूरी होगा और इसके लिए विभाग द्वारा सूची जारी की जाएगी। यह प्रक्रिया महिला शिक्षकों की सहूलियत और पारिवारिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे