विशिष्ट शिक्षकों के जनवरी, फ़रवरी का वेतन भुगतान की प्रक्रिया हुई शुरू, गोपालगंज, बेतिया सहित कई जिलों मे शिक्षकों के खाते मे आई फ़रवरी की सैलरी

बेतिया के 403 शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने दे दी खुशखबरी, सैलरी को लेकर आया ताजा अपडेट
बिहार के बेतिया जिले के 403 शिक्षकों की वेतन कटौती के भुगतान का आदेश डीईओ मनीष कुमार सिंह ने दिया है।
बीते वर्ष जून 2023 में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव ने स्कूलों के सघन जांच और बिना सूचना या छुट्टी के गायब पाए गए शिक्षक शिक्षिकाओं की उक्त तिथि के वेतन की कटौती का आदेश दिया था।
स्कूलों के औचक निरीक्षण अभियान में कुल 403 शिक्षक शिक्षिकाओं का एक दिन या उससे अधिक दिनों की वेतन कटौती की कार्रवाई की गई थी। कारणपृच्छा के विरुद्ध प्राप्त स्पष्टीकरण अब तक पर समीक्षा के लिए प्रक्रियाधीन है।
एक सप्ताह के अंदर आवेदन करने का निर्देश
डीईओ ने बताया कि इसको लेकर आदेशित किया गया है कि संबंधित शिक्षक शिक्षिका अपने स्पष्टीकरण की प्रति और साक्ष्य के साथ अपने प्रखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में पुनः एक सप्ताह के अंदर आवेदन करेंगे।
उसके आधार पर साक्ष्यों की समीक्षा के आधार पर बीईओ प्रखंडवार वेतन भुगतान विपत्र तैयार कर 15 दिनों के भीतर जिला शिक्षा कार्यालय के स्थापना संभाग के डीपीओ के यहां प्रस्तुत करेंगे।
वहीं डीपीओ भी सक्षम प्राधिकार के स्तर से अनुमोदन प्राप्त कर आगामी 31 मार्च 2025 से पूर्व संबंधित शिक्षक शिक्षिकाओं की अनुपस्थिति के विरुद्ध आकस्मिक अवकाश की स्वीकृति प्रदान करते हुए वेतन भुगतान करेंगे।
स्कूल के वरीय शिक्षक बनेंगे हेडमास्टर
मुजफ्फरपुर में जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने सभी बीईओ को अपने ही स्कूल के वरीय शिक्षक को हेडमास्टर का प्रभार देने का आदेश दिया है। अब तक वित्तीय काम के लिए अन्य स्कूल के एचएम और नियमित शिक्षकों को जिम्मा दिया गया था।
राजकीयकृत प्राथमिक, मध्य विद्यालयों में नियमित प्रधानाध्यापक के पदस्थापन नहीं होने की स्थिति में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय के वित्तीय कार्य संचालन के लिए अन्य विद्यालय के नियमित प्रधानाध्यापक या नियमित शिक्षक को वित्तीय प्रधानाध्यापक का दायित्व दिया है।
जिले के दो हजार स्कूलों में हेडमास्टर नहीं
जिले के दो हजार से अधिक स्कूलों में हेडमास्टर नहीं हैं। वर्तमान में बिहार लोक सेवा आयोग के टीआरई वन एवं टीआरई टू के तहत नियुक्त विद्यालय अध्यापक तथा स्थानीय निकाय अन्तर्गत नियुक्त शिक्षक सक्षमता परीक्षा वन उत्तीर्ण होकर विशिष्ट शिक्षक के पद पर अधिकतर विद्यालयों में कार्यरत हैं।
सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर जिन विद्यालयों में नियमित प्रधानाध्यापक पदस्थापित नहीं हैं।
उस विद्यालय के नियमानुसार वरीयतम सहायक शिक्षक या टीआरई वन या टीआरई 2 के विद्यालय अध्यापक या विशिष्ट शिक्षक को प्रभारी प्रधानाध्यापक (वित्तीय सहित) का दायित्व निर्वहन करने के लिए जिम्मा देंगे।
इस आदेश के अनुपालन में किसी भी तरह की कोताही पर संबंधित प्रखंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।