बीईओ के लिए 20 हजार की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ाया शिक्षक, विभाग में मचा हड़कंप - News TV Bihar

बीईओ के लिए 20 हजार की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ाया शिक्षक, विभाग में मचा हड़कंप

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बीईओ के लिए 20 हजार की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ाया शिक्षक, विभाग में मचा हड़कंप

 

प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक को विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हांथो गिरफ्तार कर लिया।

शिक्षक बीईओ के लिए रिश्वत ले रहा था। आरोपी शिक्षक और बीईओ के खिलाफ विजिलेंस में तैनात इंस्पेक्टर की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। विजिलेंस के इस ऐक्‍शन के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए शिक्षक का बीआरसी पर सिक्‍का चलता था। आरोप है कि वह दूर-दराज से और दूसरे जिलों से आने वाले शिक्षकों को टार्गेट करता था। स्‍कूल पहुंचने में जरा सी भी देरी पर ऐसे शिक्षकों से वसूली की जाती थी। जिन शिक्षकों से उगाही की उम्‍मीद होती थी उनकी गैरहाजिरी पोर्टल पर दर्ज नहीं की जाती थी।

ऐरायां ब्लाक के कम्पोजिट विद्यालय चमर पुरवा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक पवन गुप्ता बीते दिनों स्कूल से अनुपस्थित थे। बीईओ ऐरायां कुंअर कमल सिंह ने निरीक्षण किया था। शिक्षक पवन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट न भेजने के एवज में बीईओ ने 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी। कुटीपर प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक संदीप गुप्ता को रिश्वत की रकम देने के लिए बीईओ ने कहा था। जिस पर पवन ने 24 फरवरी को विजलेंस में शिकायत की थी। शुक्रवार को विजलेंस की प्रयागराज टीम खागा पहुंची। फायर स्टेशन के सामने एक होटल में पवन ने रिश्वत देने के लिए बुलाया। रिश्वत की रकम देते ही विजलेंस टीम मौके पर पहुंचकर दबोच लिया और गिरफ्तार कर खागा कोतवाली ले आई। कोतवाल हेमंत मिश्र ने बताया कि विजिलेंस में तैनात निरीक्षक राकेश बहादुर सिंह की तहरीर पर बीईओ कुंअर कमल और शिक्षक संदीप गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

बीईओ का ‘कारखास’ था संदीप गुप्ता

बीईओ के लिए रिश्वत लेते रंगे हाथ विजलेंस टीम के हत्थे चढ़ा कुटीपर प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक संदीप गुप्ता पिछले पांच साल से खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) का ‘कारखास’ बन क्षेत्र के अध्यापकों का शोषण करवा रहा था। इन पांच सालों में बीईओ कोई रहा हो संदीप सबका चहेता बना था। उसकी तैनाती केवल कागजों में प्राथमिक विद्यालय कुटीपर थी, वह आफ द रिकार्ड बीआरसी ऐरायां में भी संबंद्ध् रहा।

ऐरायां ब्लाक के कम्पोजिट विद्यालय चमर पुरवा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक पवन गुप्ता की शिकायत पर शुक्रवार को रंगे हाथ 20 हजार की रिश्वत लेते विजलेंस टीम प्रयागराज इकाई द्वारा गिरफ्तार किये गए शिक्षक संदीप गुप्ता की गिरफ्तारी से बेसिक शिक्षा विभाग के कलंक कथा की कलई खोल दी है। अधिकारियों के शोषण का किस तरह से शिक्षक शिकार हो रहे हैं संदीप और बीईओ पर हुई कार्रवाई केवल बानगी है। ऐसे कारखास ‘संदीप’ मुख्यालय से लेकर सभी ब्लाक में हैं जो अपने तैनाती स्कूल में कभी नहीं जाते और पूरा दिन बीईओ और अधिकारियों के लिए सिस्टम सजाने का काम करते हैं। यहीं सहायक अध्यापक के गले की फांस बन गया।

बीआरसी का संचालक था संदीप

सूत्र बताते हैं कि बीआरसी में बेसिक शिक्षा विभाग ने भले ही कम्यूटर लेखाकार, बाबू और अन्य कर्मचारियों की तैनाती कर रखी हो लेकिन सिक्का संदीप का ही चलता था। विभागीय व्हाट्सएप समूहों में बीईओ की तरफ से संदीप द्वारा ही मैसेज किये जाते थे। इसे लेकर शिक्षकों में काफी रोष था।

हर तरह की सेवा करता था संदीप

सूत्र ये बताते हैं कि खंड शिक्षा अधिकारी को दूर दराज और गैर जनपदों से आने वाले शिक्षकों की सूची संदीप बीईओ को उपलब्ध करा ऐसे शिक्षकों को टार्गेट करता था। थोड़े समय की देरी होने पर शिक्षकों से वसूली की जाती थी। जिन शिक्षकों से उगाही की उम्मीद होती थी। उनकी गैरहाजिरी पोर्टल पर नहीं डाली जाती थी। संदीप बीईओ के लिए खाना पीना, आवास और अन्य तरह की सुविधांए भी मुहैया कराता था।

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