ई-शिक्षाकोष एप से उपस्थिति की अनिवार्यता खत्म हो :व्रजवासी

ई-शिक्षाकोष एप से उपस्थिति की अनिवार्यता खत्म हो :व्रजवासी
ई-शिक्षाकोष एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने की अनिवार्यता को खत्म करने की मांग की गई है.एमएलसी वंशीधर व्रजवासी ने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख पहले की तरह भौतिक उपस्थिति बनाने की मांग की है।
व्रजवासी ने मांग करते हुए कहा है कि ई-शिक्षाकोष एप पूर्णत: विफल है और शिक्षकों के शोषण और प्रताड़ना का तकनीकी उपकरण बनकर रह गया है.भौतिक रूप से स्कूलों में उपस्थित होकर एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने के बावजूद कभी-कभी सभी शिक्षकों को अनुपस्थित प्रदर्शित किया जा रहा है.
लाखों शिक्षकों को एक ही दिन अनुपस्थित दिखाये जाने के कारण उपस्थिति के बावजूद इन शिक्षकों की वेतन कटौती की जा रही है और स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा इनसे स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है.पत्र में लिखा है कि विद्यालयों का प्रसार शहरी क्षेत्रों से लेकर सुदूरवर्ती दियारा क्षेत्रों तक है.ई-शिक्षाकोष एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था को समाप्त कर भौतिक उपस्थिति के आधार पर ही भुगतान की पूर्ववत व्यवस्था बहाल की जाए.ऐप की गड़बड़ी के कारण जिन शिक्षकों की वेतन कटौती की गई है।
अग्निवीरके लिए कॉलेजों में होगा प्रचार
वायुसेना अग्निवीर में बहाली के लिए बीआरए बिहार विवि के कॉलेजों में प्रचार अभियान चलाया जाएगा.इसके लिए भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अरविंद सिंह रावत ने बीआरए बिहार विवि के कुलपति को पत्र लिखा है।
इसमें कहा गया है कि बिहार और झारखंड में भारतीय वायु सेना में एयरमैन के चयन के लिए 10 एयरमैन सेलेक्शन सेंटर सारी प्रक्रिया पूरी करता है.वर्ष 2026 में वायु सेना अग्निवीर की बहाली के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख दो फरवरी 2025 है.छात्रों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए लागिंन करना होगा.वायु सेना ने बीआरएबीयू प्रशासन से अपील की है कि वह अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कॉलेजों में छात्रों को जागरूक करें.इसके लिए कॉलेज के विद्यार्थियों को अग्निवीर के फायदों के बारे में जानकारी दी जाए.सेना के अधिकारियों ने विवि को अग्निवीर के फायदों के बारे में बताने के लिए एक दस्तावेज भी सौंपा है.विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि कुलपति के आदेश के बाद सेना के इस पत्र को सभी कॉलेजों को भेज दिया गया है।