सरकारी स्कूल में महिला टीचर का वीडियो बनाया, खुल गया ऐसा राज, कोई सोच नहीं सकता

सरकारी स्कूल में महिला टीचर का वीडियो बनाया, खुल गया ऐसा राज, कोई सोच नहीं सकता
जिला मुख्यालय से करीब 8 किमी दूर सरकारी हाई स्कूल अमिलिकी का हैरान करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो स्कूली बच्चों के पैरेंट्स ने बनाया है. इसी वीडियो को लेकर वे शिक्षा विभाग के अफसरों के पास पहुंचे थे.
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी समेत अन्य अफसरों को यह वीडियो दिखाया है. वहीं पैरेंट्स ने हाई स्कूल में बनाए इस वीडियो को वायरल कर दिया है. सोशल मीडिया में इस वीडियो पर जमकर कमेंट्स आ रहे हैं. इसमें लोगों ने एमपी अजब है, एमपी गजब है, कहकर तंज भी कसा है.
शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि शनिवार को एक वीडियो देखा गया था, जिसे शासकीय हाई स्कूल अमिलिकी का बताया गया है. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कुछ पैरेंट्स इस संबंध में शिकायत कर रहे हैं. उनका कहना है कि हाई स्कूल में सभी को इस वीडियो और घटनाक्रम की जानकारी है, लेकिन कोई भी महिला टीचर को लेकर कुछ भी कहना नहीं चाहता है. यह सारा कारनामा सरकारी स्कूल में सरकारी स्टाफ की मिलीभगत से हो रहा है.
अफसरों ने साध ली चुप्पी, पहले जांच करने की कह रहे बात
दरअसल वीडियो में एक महिला टीचर बच्चों को पढ़ाती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन यह महिला सरकारी टीचर नहीं है. इस महिला को इसी स्कूल में पदस्थ एक अन्य सरकारी महिला टीचर ने किराए पर शिक्षक बनाया हुआ है. सरकारी स्कूल में पदस्थ महिला टीचर अपने घर पर आराम कर रही है जबकि उसकी जगह पर एक अन्य महिला बच्चों को पढ़ा रही है. किराए के टीचर के रूप में काम कर रही महिला को लेकर अब शिक्षा विभाग ने चुप्पी साध ली है. अफसरों का कहना है कि पहले जांच होगी.
सरकारी टीचर ने रखा हुआ था किराए पर, 3500 रुपए दे रही थी हर माह
अमिलिकी हाई स्कूल में गांव की रहने वाली राजकुमारी प्रजापति किराए की टीचर बनकर बच्चों को पढ़ा रही है. उसे सरकारी टीचर रीना गुप्ता ने काम सौंपा है. इसके लिए वह 3500 रुपए भी दे रही हैं. बुजुर्ग रीना गुप्ता का कहना है कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए मेरी जगह पर राजकुमारी पढ़ा रही है. इसके लिए वह उसे हर महीने पैसा भी देती हैं. इस मामले को लेकर स्कूल के हेडमास्टर ने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया. वहीं दूसरी तरफ राजकुमारी ने कहा कि मैं बच्चों को पढ़ाना चाहती थी और मेरे कारण बच्चों की पढ़ाई हुई है और वे सब परीक्षा पास कर सकेंगे; अगर मैं नहीं पढ़ाती तो बच्चों के भविष्य बिगड़ने की आशंका थी. प्रभारी प्रिंसिपल साधना सिंह ने बताया कि सरकारी टीचर रीना गुप्ता ने अपनी इच्छा से किराए का टीचर रखा हुआ है.