बिहार बोर्ड पोर्टल से जुड़ेंगे राजयभर के 9263 माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक स्कुल, अब TR मिलेगा ऑनलाइन
बिहार बोर्ड पोर्टल से जुड़ेंगे राजयभर के 9263 माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक स्कुल, अब TR मिलेगा ऑनलाइन
बोर्ड के मैट्रिक और इंटर का टेबुलेशन रजिस्टर (टीआर) अब स्कूलों को ऑनलाइन उपलब्ध होगा। मैट्रिक और इंटर रिजल्ट घोषणा के साथ ही अब स्कूलों को टीआर भेज दिया जाएगा। इसके लिए बिहार बोर्ड ने एक पोर्टल बनाया है।
इस पोर्टल से राज्य के 9263 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों को जोड़ा गया है। बोर्ड सूत्रों के अनुसार यह पोर्टल वर्ष 2025 से पूरी तरह काम करने लगेगा। इसके अलावा सभी स्कूलों को सेंटअप परीक्षा का रिजल्ट भी इस पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इससे राज्य भर के स्कूलों को सेंटअप परीक्षा के साथ ही उसका रिजल्ट बोर्ड को प्राप्त हो जाएगा। इससे बोर्ड आगे की कार्रवाई कर सकेगा। बता दें कि अब तक मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट घोषित होने के एक महीने से डेढ़ महीने के बाद बिहार बोर्ड की ओर से स्कूलों को टीआर की हार्ड कॉपी भेजी जाती थी। ऐसे में स्कूलों को लंबा इंतजार करना होता था, लेकिन अब रिजल्ट घोषणा के साथ ही स्कूल प्रशासन खुद अपने रिजल्ट का आकलन कर पाएंगे।
– सभी जिलों का रिजल्ट उपलब्ध होगा पोर्टल पर
बोर्ड की ओर से सभी जिलों के रिजल्ट को पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। रिजल्ट घोषणा के दो से तीन घंटे के अंदर स्कूलों अपना लॉग-इन करके टीआर को डाउनलोड कर पाएंगे। इसके लिए बिहार बोर्ड सभी स्कूलों को लॉगिन नंबर और पासवर्ड उपलब्ध करवायेगा। इससे स्कूल अपना टीआर देख पायेंगे।
सीबीएसई की तरह बिहार बोर्ड कर रहा पहल
सीबीएसई दसवीं और 12वीं परीक्षा की तैयारी, परीक्षा फॉर्म भरवाने से लेकर केन्द्र बनाने तक की सारी जानकारी सीधे स्कूलों से लेता है। इसके लिए सभी स्कूलों को यूजर आईडी और पासवर्ड दिया गया है। स्कूलों से किसी भी तरह की जानकारी लेने या फिर देने के लिए बोर्ड की ओर से अपने पोर्टल का इस्तेमाल किया जाता है। अब बिहार बोर्ड भी मैट्रिक और इंटर परीक्षा संबंधित सारी सूचनाएं अब इसी पोर्टल के माध्यम से करेगा।
पोर्टल से मिलेगी ये सुविधाएं…
– सेंटअप परीक्षा के रिजल्ट के लिए अब बोर्ड को इंतजार नहीं करना पड़ेगा
– ऑनलाइन सुविधा होने से रजिस्ट्रेशन फॉर्म में भी त्रुटि भी कम होगी
– रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फॉर्म के लिए बार-बार तिथि नहीं बढ़ानी होगी
पोर्टल के माध्यम से सारी सुविधाएं समय रहते स्कूलों को मिल जाएगी