जमीन सर्वे के नाम पर यदि कोई अफसर या स्टॉफ घुस मांगे तो खबर मे दिए गए मंत्री जी के नंबर पर बिना किसी डर के दें जानकारी, घुस की जानकारी देने वालो को मंत्री जी करेंगे सम्मानित 

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जमीन सर्वे के नाम पर यदि कोई अफसर या स्टॉफ घुस मांगे तो खबर मे दिए गए मंत्री जी के नंबर पर बिना किसी डर के दें जानकारी, घुस की जानकारी देने वालो को मंत्री जी करेंगे सम्मानित 

 

बिहार में जमीन सर्वे को लेकर लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कहीं विभाग के पदाधिकारियों के घूस मांगने की सूचना मिला रही है तो कहीं जान बूझकर परेशान करने के आरोपों की बातें सामने आ रही हैं.

जमीन के सर्वे में लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए भूमि राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने अपने विभाग के पदाधिकारियों को हड़काते हुए चेतावनी दी है कि पदाधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें. मंत्री ने आम लोगों के लिए मोबाइल नंबर और अपना विभागी मेल आईडी भी जारी किया है जिस पर सीधा शिकायत की जा सकती है.

मंत्री दिलीप जायसवाल ने आम लोगों के लिए अपना निजी मोबाइल नंबर 9430911111 और मेल आईडी Revenue minister.bihar@gmail.com जारी किया है. वही लैंड सर्वे की खबर को प्रमुखता से दिखाने के लिए मंत्री दिलीप जायसवाल ने न्यूज 18 बिहार-झारखंड को धन्यवाद दिया. बता दें कि राज्य के सभी 534 अंचलों में भूमि सर्वे की शुरुआत की गई है. इसके तहत 45862 गांवों में जमीन का विशेष सर्वेक्षण किया जा रहा है. लेकिन, सर्वे को लेकर रैयतों में कई तरह के उहापोह की स्थिति है.

दरअसल, कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके पास जमीन का कागजात नहीं हैं. उनके पिता या दादा के नाम से अभी भी जमीन की जमाबंदी चल रही है. रिकॉर्ड रूम में जाने के बाद जमाबंदी का कागज नहीं मिल रहे हैं. रिकॉर्ड रूम जाने पर पता चलता है कि खतियान और तेरीज का कागज फटा हुआ है. जमीन माफियाओं ने कर्मचारियों से मिलकर सारे पेपर को फाड़ दिया है और गलत तरीके से उस जमीन को बेच दिया है. रिकॉर्ड रूम में सही तरीके से लोगों को कागज नहीं मिल रहे हैं. एक बार में एक ही खतियान दिया जा रहा है ऐसे में लोग काफी परेशान हैं.

हालांकि, कहा जा रहा है कि इस सर्वे से कई तरह के फायदे होंगे. जैसे जमीन का डिजिटाइजेशन हो जाएगा. नया खतियान बन जाएगा और सब कुछ ऑनलाइन हो जाएगा. लेकिन फिलहाल जमीन के कागजात को लेकर समस्या है जिसने किसानों और रैयतों की परेशानी काफी बढ़ा दी है. कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनकी जमीन पर कुछ लोग अवैध कब्जा किए हुए हैं, ऐसे में उनकी भी परेशानी है. सर्वे को लेकर हो रही परेशानी यह भी है कि राजस्व कर्मचारी अलग से ही घूस मांगने को तैयार बैठे हैं. इन सब स्थितियों को देखते हुए लोग मुश्किल में हैं.

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