शिक्षकों को शिक्षा विभाग के नए आदेश से मिली राहत
शिक्षकों को शिक्षा विभाग के नए आदेश से मिली राहत
बिहार शिक्षा विभाग की ओर से लगातार अलग-अलग निर्देशों को लेकर आ रहे पत्रों से हंगामा मचा हुआ है. जिसमें कुछ पत्रों को फर्जी भी बताया जा रहा है. अब सोशल मीडिया के जरिए एक पत्र सामने आया है जिसमें शिक्षकों को सुबह 5.45 बजे तक स्कूल पहुंचने का निर्देश दिया गया है.
इस तरह के निर्देश वाला पत्र मुंगेर समेत कई जिलों से सामने आया. हालांकि विभाग ने अब इस बात से इनकार किया है.
मुंगेर के डीईओ मो. असगर अली ने बुधवार (22 मई) को कहा कि जारी किया गया पत्र झूठा है. इसमें कुछ त्रुटि थी, इसलिए इसे रद्द कर दिया गया है.’ आपको बता दें कि इस संबंध में 20 मई को मुंगेर से जो पत्र सामने आया था, वह बरियारपुर के बीईओ आनंद कुमार के नाम से जारी किया गया था.
बरियारपुर के बीईओ ने पत्र को फर्जी बताया है
पत्र के आधार पर जब मीडिया में खबर आयी तो बरियारपुर बीईओ ने बुधवार को पत्र जारी कर इसे फर्जी बताया. पत्र में उन्होंने कहा, “प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बरियारपुर, मुंगेर के पत्रांक 216, दिनांक 20.05.2024 द्वारा जारी वायरल पत्र निराधार और फर्जी है. इसलिए इस वायरल पत्र को पूरी तरह से खारिज किया जाता है और फर्जी घोषित किया जाता है.” हालांकि, यह पहला मामला नहीं है जब शिक्षा विभाग से जुड़ा कोई आदेश पत्र फर्जी बताया गया हो. इस तरह की घटना पहले भी सामने आ चुकी है. एक बार फिर इस पत्र को फर्जी करार दिया गया है.
अब शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है
आपको बता दें कि बिहार के सरकारी स्कूलों में 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी की छुट्टी थी. ग्रीष्मावकाश के बाद 16 मई से स्कूल खुलेंगे। फिलहाल स्कूल सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक चलता है. मिशन दक्ष के तहत दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। इसी बीच शाम 5.45 बजे पत्र आया तो शिक्षकों की टेंशन बढ़ गई। शिक्षा विभाग के इनकार के बाद अब उन्हें राहत मिल गई है.