बिहार के गया में रिकॉर्ड 44 डिग्री पार हुआ तापमान, सड़कों पर चारो तरफ पसरा सन्नाटा , सभी शैक्षणिक प्रशैक्षणिक व निजी स्कुल होंगे बन्द , मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
बिहार के गया में रिकॉर्ड 44 डिग्री पार हुआ तापमान, सड़कों पर चारो तरफ पसरा सन्नाटा , सभी शैक्षणिक प्रशैक्षणिक व निजी स्कुल होंगे बन्द , मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
हार के गया में मौसम की स्थिति ने लोगों को त्राहिमाम करने पर मजबूर कर दिया है. चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी लोगों की हालत खराब कर रही है. अप्रैल महीने में ही बिहार का अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस चला गया है.
वहीं अधिकांश जिलों में तापमान 40 डिग्री से अधिक हो गया है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. वही स्थानीय लोगों ने बताया कि गया मे काफी गर्मी है. जिसके कारण लोगों काफी परेशानी हो रही है. लोग घर से निकला बंद कर दिए है. छोटे छोटे बच्चों को स्कूल जाने मे परेशानी हो रही है. लोग गर्मी से बचने के लिए गन्ने के जूस, डाभ तथा विभिन्न प्रकार के जूस का सेवन कर रहे है.
स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि गया मे हर साल काफी गर्मी पड़ता है. यहाँ जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिला प्रशासन को चाहिए कि गर्मी से बचने के लिए जगह जगह पर यात्री शेड तथा पेय जल की व्यवस्था करनी चाहिए था. लेकिन ना ही जिला प्रशासन ना ही नगर निगम की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई. जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. वही दुसरी और देखा जा रहा है कि इस चिलचिलाती गर्मी मे इंसान के साथ साथ जानवर भी इस गर्मी मे परेशान है. गर्मी से बचने के लिए जानवर भी पेड़ की छांव का सहारा ले रहे है.
वही रिक्शा चालकों ने बताया कि गया में काफी गर्मी पड़ रही है. जिसके कारण काफी परेशानी का सामना पड़ रहा है. उन्होंने य़ह भी बताया कि जिला प्रशासन की ओर से किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है ना ही यात्री सेड और ना ही पेय जल की व्यवस्था है. उन्होंने य़ह भी बताया कि गर्मी नहीं रहती थी तो रोज पांच सौ से लेजा छह सौ रुपया कमा लेते थे. लेकिन गर्मी की वजह से अभी दो सौ रुपया भी कमाना मुश्किल हो गया है. वही जूस दूकानदार ने बताया कि गया काफी गर्मी पड़ रही है. जिसको लेकर लोग गर्मी से बचने के लिए जूस तथा ड़ाभ का सेवन कर रहे जिससे लेकर हम लोगों को बिक्री बढ़ गई है.
वही इस संदर्भ मे गया के सिविल सर्जन राकेश कुमार रंजन ने बताया कि गया मे अन्य जिले से ज्यादा गर्मी गया जिला मे पड़ता है और इस साल अप्रेल महीने मे ही काफी गर्मी पड़ने लगी है. हमलोगों ने सीएससी और पींएससी लेवल से ही इंतजाम कर रहे है ताकि कोई भी मरीज़ आए तो तुरंत इलाज किया जाए. ऐसे मरीजों को इलाज के बाद सुधार नहीं हो पाए तो वैसे मरीजों को रेफर किया जाए तो उस अस्पताल मे दो से तीन बेड का इन्तेजाम किया गया है जिसमें कूलर, एसी, आइस पैड, मेडिसिन के साथ साथ एम्बुलेंस व्यवस्था की गई है ताकि मरीज़ को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो. अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज मे अड़तालीस बेड की व्यवस्था की गई है. ताकि कोई भी मरीज़ हिटबेब ग्रसित मरीज़ आए तो ठीक से इलाज हो सके और किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े. इसलिए स्वास्थ्य विभाग की द्वारा हिटबेब लेजर पुख्ता इन्तेजाम किया गया है. वही मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि इस मौसम में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी सावधानी बरतें. अधिक समय तक धूप में नहीं रहे और ज्यादा से ज्यादा छांव में रहने की कोशिश करें. प्रचुर मात्रा में पानी पिए और गर्मी के कारण बेचैनी महसूस होने पर तुरंत छांव में जाकर ठंडे पानी से हाथ मुंह धोए और आराम करें.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से जानकारी दी गई है कि अभी के समय प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है. वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसके अलावा अगले चार दिनों तक अधिकतम तापमान में और बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना बन रही है. मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि इस मौसम में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए जरूरी सावधानी बरतें. अधिक समय तक धूप में नहीं रहे और ज्यादा से ज्यादा छांव में रहने की कोशिश करें. प्रचुर मात्रा में पानी पिए और गर्मी के कारण बेचैनी महसूस होने पर तुरंत छांव में जाकर ठंडे पानी से हाथ मुंह धोए और आराम करें.