शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन, 61 शिक्षक हुए बर्खास्त तो 264 को किया गया सस्पेंड, अभी और इतने टीचर पर लटकी है कार्रवाई का तलवार, जानिए किया है पूरा मामला

0
IMG-20250520-WA0164

शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन, 61 शिक्षक हुए बर्खास्त तो 264 को किया गया सस्पेंड, अभी और इतने टीचर पर लटकी है कार्रवाई का तलवार, जानिए किया है पूरा मामला

 

विभाग ने बड़ी संख्या में शिक्षकों पर कार्रवाई की है। दरअसल, शिक्षा विभाग ने लापरवाह और भ्रष्ट शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य भर में बड़ी संख्या में बर्खास्तगी और निलंबन की घोषणा की है। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर 61 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि 264 शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इसके अतिरिक्त 273 शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

शिक्षा विभाग के अनुसार, जिन शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है वे कार्यक्षमता में लापरवाही, विभागीय आदेशों की अवहेलना और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोपों में दोषी पाए गए हैं। कई मामलों में यह पाया गया कि शिक्षक स्कूल में उपस्थिति दर्ज कर अपने निजी कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं या फिर हेडमास्टर से मिलीभगत कर विद्यालय से गायब हो जाते हैं। स्कूल मद की राशि में अनियमितता और गड़बड़ियों की भी शिकायतें सामने आई हैं। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि किसी भी अधिकारी और शिक्षतकों की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।

शिक्षा विभाग ने लापरवाही करने वाले कुल 556 शिक्षकों पर कार्रवाई की है। विभाग ने खुद स्पष्ट किया है कि इन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। विभाग के अनुसार 61 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है तो 264 शिक्षकों को निलंबित किया गया है। वहीं अब भी जांच के घेरे में 273 शिक्षक हैं। इन शिक्षकों पर भी विभाग कार्रवाई कर सकता है। बता दें कि के के पाठक के जाने के बाद पहली बार शिक्षा विभाग में इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई है।

शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एवं निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी के हस्ताक्षर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) को निर्देश जारी किए गए हैं कि बर्खास्तगी, निलंबन और कार्रवाई के सभी आंकड़े Google Sheet के माध्यम से विभाग को तत्काल उपलब्ध कराए जाएं। विभाग इन कार्रवाइयों की निगरानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहा है। इसके तहत सभी जिलों को जवाबदेह बनाया गया है।

हालांकि, कुछ जिलों द्वारा सूचनाएं अधूरी दी गई हैं या Google Sheet-2 में कोई आंकड़ा नहीं भरा गया है। इनमें अररिया, जमुई, नालंदा, पटना, सहरसा, शेखपुरा, सारण, सीतामढ़ी, सुपौल और सीवान शामिल हैं। जो विभाग के अनुसार एक गंभीर लापरवाही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे