शिक्षा विभाग का बड़ा एलान बच्चो की गर्मी की छुट्टी हुई रद्द, गर्मी की छुट्टी मे लगेगी गणित की क्लास, शिक्षकों की छुट्टी भी होंगी रद्द,
शिक्षा विभाग का बड़ा एलान बच्चो की गर्मी की छुट्टी हुई रद्द, गर्मी की छुट्टी मे लगेगी गणित की क्लास, शिक्षकों की छुट्टी भी होंगी रद्द,
अब समर कैंप को लेकर शिक्षकों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। शिक्षको को डर सता रहा है कि उनकी गर्मी की छुट्टी रद्द कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग के इस फैसले का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि गर्मी की छुट्टी में भी उन्हें बच्चों को पढ़ाना होगा तो क्या वो अपनी छुट्टी को रद्द समझे। आइए अब जानते ही शिक्षा विभाग ने क्या फैसला लिया है और शिक्षकों की गर्मी की छुट्टी रद्द होगी या नहीं?
दरअसल, शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कक्षा 5 और 6 के चयनित छात्रों के लिए गणितीय कौशल को सुदृढ़ करने के लिए गणितीय समर कैंप 2025 का आयोजन करने का निर्देश दिया है। इस पत्र को लेकर शिक्षकों की मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि यह समर कैंप प्रथम संस्थान के सहयोग से गांव और टोला स्तर पर लगेगा और इस समर कैंप में स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे।
शिक्षा विभाग ने जारी पत्र के जरिए कहा है कि, शैक्षणिक सत्र 2025-26 के दौरान राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 5 एवं 6 ऐसे छात्र जो सरल गणितीय गणनाओं में अपेक्षाकृत कमजोर हैं उनके लिए एक विशेष “गणितीय समर कैम्प” का आयोजन किया जाएगा। यह कैम्प CAMaL (Combined Activities for Maximized Learning) के तहत 21 मई से 20 जून 2025 तक गांव और टोला स्तर पर संचालित किया जाएगा। ग्रीष्मावकाश के दौरान चलने वाले इस एक माह के कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की गणितीय समझ को मजबूत करना है। यह पहल राज्य सरकार द्वारा प्रथम संस्था के सहयोग से की जा रही है।
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि, समर कैम्प के सुचारू संचालन के लिए बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों की आवश्यकता होगी। इसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) के प्रशिक्षु, बिहार कौशल विकास मिशन के अंतर्गत “कुशल युवा कार्यक्रम” में नामांकित विद्यार्थी, एनसीसी कैडेट्स, पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र, जीविका दीदियों द्वारा प्रेरित युवा, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य तथा अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता शामिल होंगे। चयनित स्वयंसेवकों को प्रथम संस्था द्वारा विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत स्वयंसेवक ASER टूल की मदद से बच्चों का चयन करेंगे और प्रतिदिन 1 से 1.5 घंटे तक गणित विषय पर विशेष शिक्षण प्रदान करेंगे।
जानकारी अनुसार, प्रत्येक समर कैम्प में 10 से 15 छात्र-छात्राओं को शामिल किया जाएगा। यह कैम्प पूरी तरह से समुदाय आधारित होगा और स्थानीय स्तर पर संचालित किया जाएगा। यह पहल न केवल बच्चों की शैक्षणिक दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि युवाओं के लिए भी समाज सेवा और शिक्षण में योगदान का एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करती है। ऐसे में साफ है कि समर कैंप से शिक्षकों की छुट्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस समर कैंप में स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे ना की शिक्षक। ऐसे में शिक्षकों को परेशान होने की कोई आवश्कता नहीं है।
