19 साल तक फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट पर नौकरी करती रही शिक्षिका, खुला राज तो हो गया एक्शन

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19 साल तक फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट पर नौकरी करती रही शिक्षिका, खुला राज तो हो गया एक्शन

 

फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र पर 19 वर्ष से नौकरी कर रही एक शिक्षिका के खिलाफ निगरानी डीएसपी ने केस दर्ज कराया है।

मामला प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोहिया बरमदिया में वर्ष 2006 में पदस्थापित शिक्षक कुमकुम कुमारी पिता रत्नेश्वर मिश्र का हैं।

इन्होंने वर्ष 2006 में नियोजन के समय असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी लखीसराय द्वारा निर्गत दिव्यांग प्रमाण पत्र पंचायत नियोजन इकाई को दिया था।

उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के वरीय पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार ने जब दिव्यांग प्रमाण पत्र की जांच कराई तो सर्टिफिकेट जाली निकली।

इसके बाद हिन्दू चकिया निवासी उक्त शिक्षिका के खिलाफ डीएसपी ने स्थानीय थाना में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कराई हैं। केस दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।

त्याग पत्र, प्रोन्नति व स्थानांतरित शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण

उधर, समस्तीपुर में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ (मूल) के प्रदेश सचिव सह जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश ने कहा कि जिले में त्याग पत्र दिए शिक्षक एवं प्रोन्नति व स्थानांतरित शिक्षकों से जिला शिक्षा पदाधिकारी ने ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है।

शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी ने वर्षों पूर्व त्याग पत्र दिए गए शिक्षकों को भी कार्यरत समझ रहें हैं। संबंधित शिक्षक के बारे में विद्यालय प्रधान द्वारा कई बार विभाग को सूचना उपलब्ध करवाया जा चुका है, लेकिन शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी त्याग-पत्र मानने को तैयार नहीं हैं।

इससे विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को स्पष्टीकरण का जवाब देने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। स्पष्टीकरण के सूची में शामिल रोसड़ा आदर्श मध्य विद्यालय के श्रद्धारति, उत्क्रमित मध्य विद्यालय लालपुर के गौतम राज, उत्क्रमित मध्य विद्यालय महरौर के मानवेन्द्र, उत्क्रमित मध्य विद्यालय भिड़हा उत्तर के शुभम सिंह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय हनुमाननगर-1 के प्रियंका शाही सहित अन्य शामिल है।

इनका नाम भी स्पष्टीकरण की सूची में शामिल

इधर, रोसड़ा उच्च माध्यमिक विद्यालय भड़वारी में अजय कुमार सिंह व फुलेंद्र कुमार का भी नाम स्पष्टीकरण की सूची में शामिल है।

जबकि, जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा वर्षों पूर्व प्रधानाध्यापक के पद पर अजय कुमार सिंह को जिला अन्तर्गत रोसड़ा प्रखंड के अन्य विद्यालय में पदस्थापित किया जा चुका है।

फुलेन्द्र कुमार भी बीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण होकर सिंघिया प्रखंड में कार्यरत हैं। श्री रजनीश ने कहा विभागीय लापरवाही की वजह से शिक्षकों को बेवजह तनावग्रस्त किया जा रहा है।

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