15 हजार से अधिक नियोजित शिक्षक सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े में कार्रवाई की जद में

15 हजार से अधिक नियोजित शिक्षक सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े में कार्रवाई की जद में
सूबे में 15 हजार से अधिक नियोजित शिक्षक सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े से लेकर अलग-अलग कार्रवाई की जद में हैं। विशिष्ट शिक्षक बने इन शिक्षकों के तकनीकी योगदान नहीं होने से यह खुलासा हुआ है।
सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद अलग-अलग जगह काउंसलिंग में इन शिक्षकों की संख्या सामने आई है।
दरअसल, काउसंलिंग में शामिल होने के बाद भी ऐसे शिक्षक जिनपर कार्रवाई चल रही, उन्हें तकनीकी योगदान नहीं कराया गया। फर्जी सर्टिफिकेट जांच के घेरे में आए शिक्षक भी योगदान से बाहर कर दिए गए। मुजफ्फरपुर में ऐसे शिक्षकों की संख्या 500 से अधिक हैं, जिन्हें अलग-अलग मामलों में कार्रवाई चलने, फर्जी सर्टिफिकेट का मामला सामने आने, निगरानी जांच चलने सहित अन्य कार्रवाई में तकनीकी योगदान नहीं कराया गया है। सूबे में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों की संख्या 1,87,818 रही है। इसमें 1,72,899 विशिष्ट शिक्षकों का ही तकनीकी योगदान हुआ है। यह आंकड़ा केवल सक्षमता एक के शिक्षकों का है। इसके बाद सक्षमता दो का आंकड़ा आना बाकी है।
जिले में 7,382 ही बने पूर्ण रूप से विशिष्ट शिक्षक
जिले में 7,862 नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा में पास हुए, जिनमें 7,382 का ही तकनीकी योगदान हुआ। दर्जन भर से अधिक शिक्षक थंब इंप्रेशन के समय ही भाग खड़े हुए। इसके अलावा दर्जनों शिक्षकों का टीचर ट्रेनिंग से लेकर टीईटी में अलग-अलग फर्जीवाड़ा सामने आया। अधिकारियों के अनुसार इसमें अनुपस्थित शिक्षक भी हैं जो काउसंलिंग के बाद तकनीकी योगदान को पहुंचे ही नहीं। किसी जिले में 200 तो किसी जिले में एक हजार तक ऐसे शिक्षक हैं जिनका काउसंलिंग के बाद तकनीकी योगदान नहीं कराया गया।