1500 रुपये के लिए हेडमास्टर कर रहे थे परीक्षा में धांधली, नाराज अभिभावकों का फूटा गुस्सा, स्कूल में हुआ बवाल
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1500 रुपये के लिए हेडमास्टर कर रहे थे परीक्षा में धांधली, नाराज अभिभावकों का फूटा गुस्सा, स्कूल में हुआ बवाल
पश्चिमी चंपारण के लौरिया प्रखंड स्थित सिसवनिया पश्चिम टोला उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को अभिभावकों और छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा।
प्रधानाध्यापक द्वारा प्रायोगिक परीक्षा और नामांकन के नाम पर अवैध रूप से पैसे वसूलने के आरोप में नाराज अभिभावकों ने स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। अभिभावकों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने छात्रों से प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर 300 रुपये और नामांकन के नाम पर 1200 रुपये वसूले। इसके अलावा, सरस्वती पूजा के लिए चंदा लेने के बावजूद विद्यालय में पूजा नहीं कराई गई, जिससे छात्र-छात्राओं में नाराजगी थी।
स्थानीय प्रशासन ने किया हस्तक्षेप
घटना की जानकारी मिलते ही पंचायत के मुखिया कन्हैया प्रसाद कुशवाहा, प्रखंड परियोजना प्रबंधक मंजीत कुमार राव, सरपंच दीनानाथ ठाकुर और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचे। हालांकि, अभिभावक इतने आक्रोशित थे कि किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे। बाद में, मुखिया और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शिकायत दर्ज कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद करीब दो घंटे के बाद विद्यालय का ताला खोला गया। जब प्रधानाध्यापक से पैसे लेने के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ छात्रों से 250 रुपये लिए गए, क्योंकि उनके पास प्रैक्टिकल कॉपी नहीं थी। वहीं, सरस्वती पूजा न होने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वे अपने बीमार बेटे के इलाज के कारण बाहर थे, जिस वजह से पूजा आयोजित नहीं हो सकी।
अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश
प्रखंड परियोजना प्रबंधक मंजीत कुमार राव ने बताया कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से स्थानीय लोग काफी नाराज हैं और शिक्षा विभाग से जल्द से जल्द उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।