विशिष्ट शिक्षक प्राण जनरेट करने में अभी नहीं दिखलाए जल्दीबाज़ी, करें थोड़ा इंतजार
विशिष्ट शिक्षक प्राण जनरेट करने में अभी नहीं दिखलाई
विशिष्ट शिक्षक प्राण जनरेट करने में अभी नहीं दिखलाए जल्दीबाज़ी, करें थोड़ा इंतजार
विशेष शिक्षक एनपीएस प्राण जनरेट करने के लिए अप्लाई करने में अभी फरवरी नहीं दिखाएं वह इसके लिए इंतजार करें स्थापना जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने भी विशेष शिक्षकों को 30 जनवरी तक एनपीएस प्राण के लिए ऑनलाइन अप्लाई नहीं करने का निर्देश दिया है क्योंकि पूर्व के सभी आवेदन रद्द किए जा रहे हैं रिजर्वेशन के क्रम में नए आवेदक के भी रिजेक्ट होने की संभावना है ऐसे में 30 जनवरी के बाद ही नया ही एनपीएस फॉर्म अप्लाई करने की बात स्थापना डीपीओ ने की है
उल्लेखनीय है कि योगदान करने के करीब 21 दिन के इंतजार के बाद प्राण जनरेट करने को लेकर अब स्थापना डीपीओ का पत्र जारी हुआ है तो विशेष शिक्षकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा वह प्राण जेनरेशन के काम में युद्ध स्तर पर जुट गए प्रांत जेनरेशन करने के बाद प्रधानाध्यापक विशेष शिक्षकों का फार्म व अन्य कागजात लेकर स्थापना डीपीओ कार्यालय में जमा कर भी रहे हैं करीब साढे 5000 विशेष शिक्षक प्राण जनरेट करने के लिए अप्लाई कर चुके थे लेकिन इसी बीच एक पेज फस गया 25 जनवरी को देव ने प्राण जनरेशन को लेकर किए गए सभी आवेदन को रद्द करने के साथ नए सिरे से प्रांत जनरेशन की अप्लाई करने के लिए नया पत्र जारी कर दिया है
उन्होंने जारी पत्र में कहा है कि 21 जनवरी को उनके द्वारा विशेष शिक्षकों के प्राण आवेदन के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए थे इसके बाद निदेशक प्राथमिक शिक्षा के पात्र अंक 281 दिनांक 23 जनवरी को प्राण के संबंध में दिए गए निर्देश के आलोक में पुनः कार्यवाही पत्रांक 58 दिनांक 24 जनवरी को सभी को निर्देश दिया गया था लेकिन कार्यालय में प्राप्त आवेदन की अवलोकन से ज्ञात होता है कि निदेशक प्राथमिक शिक्षा के निर्देश के अनुसार साक्षमता प्राप्त आवेदन के समय मेंबरशिप नंबर यानि प्राण के समय साक्षमता एप्लीकेशन आईडी अंकित करने का अनुपालन सभी प्राण आवेदनों में नहीं किया जा रहा है ऐसे में लोगों पर आए सभी आवेदन को रद्द करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विशिष्ट शिक्षकों को निर्देश दिया है कि पुनः प्राण आवेदन करने में इस बात पर विशेष ध्यान रखेंगे की मेंबरशिप नंबर प्राण में आप अपना साक्षमता एप्लीकेशन आईडी ही अंकित करेंगे
