CM नीतीश कुमार के खिलाफ शिक्षकों ने भरी हुंकार, 20 जनवरी को करेंगे विशाल प्रदर्शन

CM नीतीश कुमार के खिलाफ शिक्षकों ने भरी हुंकार, 20 जनवरी को करेंगे विशाल प्रदर्शन
शिक्षकों के लंबित समस्या को लेकर राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ 20 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष प्रदर्शन करेगा। इसको लेकर गुरुवार को राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के राज्य उपाध्यक्ष उदयशंकर गुड्डू ने प्रदर्शन के पोस्टर का लोकार्पण किया।
20 जनवरी को शिक्षक करेंगे प्रदर्शन
उदयशंकर गुड्डू ने विभिन्न प्रखंडों में संवाद अभियान स्थापित कर एनपीएस को रद करने और पुरानी पेंशन बहाल करने, आठवां वेतन आयोग का शीघ्र गठन करने सहित स्थानीय निकाय के शिक्षको का 2020 नियमावली के तहत कालबद्ध प्रोन्नति देन, विशिष्ट शिक्षकों को सेवा निरंतरता का लाभ देने, प्रधान शिक्षकों का योगदान हेतु तीन प्रखंडो का विकल्प करने सहित कई मुद्दों को लेकर आगामी 20 जनवरी को प्रदर्शन की बात कही।
शिक्षकों की प्रमुख मांगे
समान काम का समान वेतन देने, शिक्षको की ऑनलाइन हाजिरी बंद करने, शारीरिक शिक्षकों को भी प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति देने, शिक्षक निर्वाचन एवं स्नातक क्षेत्र के चुनाव में लड़ने का अधिकार मिलने, नियोजित शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा देने सहित अन्य ज्वलंत मांगो को लेकर शिक्षक मुख्यमंत्री के समक्ष 20 जनवरी को एकदिवसीय विशाल प्रदर्शन करेंगे।
उदयशंकर गुड्डू ने 20 जनवरी को होने वाले प्रदर्शन में सभी से भाग लेने की मांग की। इस अवसर पर राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी, प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह मौजूद रहे।
राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. राजेश यादव, वरीय उपाध्यक्ष संजय सिंह चुन्नू, जिला सचिव मंजीत तिवारी, उमेश प्रसाद यादव, संजीव श्रीवास्तव, अजय यादव, प्रमंडलीय सचिव प्रभुनाथ राय, जिला उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश, प्रदेश प्रवक्ता बैजू कुमार आदि उपस्थित थे।
सारण: माह के अंतिम दिन होगा शिक्षकों का वेतन भुगतान
सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय समेत विभिन्न संभागों का गुरुवार को जिलाधिकारी अमन समीर ने निरीक्षण किया। डीएम ने डीईओ कार्यालय के साथ ही एक-एक करके विभिन्न शाखाओं का भ्रमण किया।
उन्होंने इस दौरान कहा कि सभी शिक्षकों का वेतन भुगतान माह की अंतिम तारीख को अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित किया जाए। इस क्रम में पुराने अनुपयोगी अलमीरा एवं अन्य उपस्करों को हटाने का निर्देश दिया गया।
कर्मी को पहचान पत्र लगाकर करना होगा काम
जिलाधिकारी ने सभी कार्यालय कर्मियों को अपना पहचान पत्र लगाकर कार्य करने का निर्देश दिया।
साथ ही वर्किंग डेस्क पर संबंधित कर्मी का नाम अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया।
जिला स्कूल के परिसर में निर्माणाधीन जिला शिक्षा पदाधिकारी के नए कार्यालय भवन की चहारदिवारी कराकर इसके लिए अलग प्रवेश-निकास द्वारा बनाने को कहा ,ताकि जिला स्कूल का परिसर व जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय परिसर से पूरी तरह अलग रहे।
आवेदनों को समय सीमा में निष्पादित करने का निर्देश
आगत पंजी में सभी पत्रों की प्रतिदिन एंट्री कर प्रतिदिन का क्लोजर रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया। कार्यालय में प्राप्त होने वाले आवेदनों को विषयवार वर्गीकृत कर संधारित रखने का निर्देश दिया गया। प्रत्येक विषय से संबंधित आवेदनों के निष्पादन के लिये समय सीमा का निर्धारण कर इसका अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया।
शिक्षकों का बनेगा कंप्यूटरकृत डाटाबेस
सभी शिक्षकों का कंप्यूटरीकृत डेटाबेस तैयार करने का निर्देश दिया गया, जिसमें उनके नियुक्ति/ योगदान की तिथि एवं अन्य आवश्यक डेटा की प्रविष्टि रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि व्यवस्था ऐसी हो कि एमएसीपी के लिये जब भी शिक्षक पात्र हों, लाभ देने हेतु स्वतः प्रक्रिया आरंभ हो जानी चाहिए तथा निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत प्राथमिकता से संबंधित कर्मी को देय लाभ मिले, इसे सुनिश्चित करें।