सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के साथ सरकार ने कर दिया खेला, नियुक्ति पत्र लेने से किया होगा फायदा और किया होगा नौकसान, क्यों नियुक्ति पत्र का बहिष्कार करने का हुआ ऐलान?
सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के साथ सरकार ने कर दिया खेला, नियुक्ति पत्र लेने से किया होगा फायदा और किया होगा नौकसान, क्यों नियुक्ति पत्र का बहिष्कार करने का हुआ ऐलान?
बिहार सरकार ने सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद काउंसलिंग करा चुके एक लाख 40 हजार नियोजित शिक्षकों को 20 नवंबर को नियुक्ति पत्र देने का ऐलान किया है. नियुक्ति पत्र मिलने बाद नियोजित शिक्षक को विशिष्ट अध्यापक का दर्जा प्राप्त करेंगे और वे सरकारी सेवक बन जाएंगे.
सरकार कह रही है उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्त शिक्षकों की तरह सरकारी सुविधाएं मिलेंगी. लेकिन सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों के साथ दूसरा खेल हो गया है. इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षकों ने आंदोलन का ऐलान कर दिया है.
नहीं लेंगे नियुक्ति-पत्र
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने नीतीश सरकार पर नियोजित शिक्षकों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए सक्षमता उत्तीर्ण लाखों शिक्षकों से कहा है कि वे 20 नवंबर को नियुक्ति-पत्र नहीं लें औऱ सरकारी कार्यक्रम का बहिष्कार करें. संघ के महासचिव एवं पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों के साथ बड़ी साजिश हुई है और राज्य सरकार ने खेल कर दिया है.
पुरानी सेवा का कोई लाभ नहीं
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का आऱोप है कि 20 साल से स्कूल में पढ़ा रहे नियोजित शिक्षकों को उनकी पुरानी सेवा का कोई लाभ नहीं मिलेगा. यानि जिस दिन उन्हें विशिष्ट शिक्षक का नियुक्ति पत्र मिलेगा, उस दिन ने उनकी सेवा मानी जायेगी. इसका मतलब ये है कि एक साल पहले बीपीएससी से नियुक्त हुए शिक्षक 20 साल पढा चुके विशिष्ट शिक्षक से सीनियर हो जायेंगे. माध्यिमक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुध्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि पहले की सेवा की निरंतरता दिए बगैर 20 नवम्बर को नियुक्ति-पत्र बाँटा जा रहा है. नये नियुक्ति पत्र में सेवा की निरंतरता का कहीं उल्लेख नहीं है.
आंदोलन करेंगे शिक्षक
माध्यमिक शिक्षक संघ ने कहा है कि सरकार की इस साजिश के खिलाफ सक्षमता उत्तीर्ण राज्य भर के लाखों नियोजित शिक्षक नियुक्ति-पत्र वितरण के विरोध में 19 नवम्बर की शाम 5 बजे अपने-अपने मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकालेंगे. शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बताया कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव मंडल ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि सरकार जब तक स्थानांतरण, पदस्थापना, सेवा निरन्तरता संबंधी शिक्षक विरोधी नीति में संशोधन नहीं करती है तब तक राज्य के नियोजित शिक्षक नियुक्ति-पत्र लेने से इनकार करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि पहले से कार्यरत नियोजित शिक्षकों को 18 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के बावजूद प्रोन्नति नहीं दी गयी है. सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों का ऐच्छिक स्थान्तरण करने के बदले 10 अनुमंडलों का विकल्प मांगा जा रहा है. महिला, दिव्यांग शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को भी ऐच्छिक स्थानांतरण का लाभ न देकर परेशान किया जा रहा है.
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आगामी कार्यक्रम से अवगत कराते हुए कहा है कि सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों के हित में साजिशपूर्ण, नियम-विरोधी नियुक्ति-पत्र एवं स्थानान्तरण-पदस्थापना नीति के विरोध में 19 नवम्बर को राज्य भर में मशाल जुलूस निकालेंगे. 20 नवम्बर को नियुक्ति-पत्र वितरण कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों बहिष्कार करेंगे. इसके साथ ही 28 नवम्बर को विधान-मंडल के समक्ष धरना देना निश्चित हुआ है.