बीपीएससी से नियुक्त इन शिक्षकों को नौकरी से निकाला, UP के टीचर बिहार में कर रहे थे ‘खेल’
बीपीएससी से नियुक्त इन शिक्षकों को नौकरी से निकाला, UP के टीचर बिहार में कर रहे थे ‘खेल’
आखिरकार बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की शिक्षक भर्ती परीक्षा (Bihar Teacher Bharti Pariksha) से नियुक्त जिले के 14 शिक्षकों की सेवा समाप्ति पर अंतिम मुहर लग गई।
इसको लेकर गुरुवार देर शाम शिक्षकों की सूची जारी कर दी गई है।
दरअसल, इस विषय में 13 सितंबर को ‘दैनिक जागरण’ द्वारा सभी शिक्षकों के नाम के साथ ‘अब यूपी व झारखंड के 14 शिक्षकों की जाएगी नौकरी’ शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमें जागरण ने 14 शिक्षकों की सूची भी प्रकाशित की थी।
क्यों हुई कार्रवाई?
जिसके बाद जिला शिक्षा विभाग ने इसमें तेजी लाते हुए लगभग दो महीने बाद 14 शिक्षकों की सेवा समाप्ति की घोषणा की है।
दरअसल, यह वह शिक्षक हैं जो राज्य के बाहर के हैं। इन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60 प्रतिशत से कम अंक हैं। साथ ही साथ, इनके द्वारा राज्य के अभ्यर्थियों को मिलने वाले पांच प्रतिशत छूट का लाभ भी लिया गया है।
शिक्षकों से मांगा था स्पष्टीकरण, मिला असंतोषजनक जवाब
कोर्ट के निर्देश के बाद इन्हें हटाने का निर्देश दिया गया था। पिछले दिनों सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा गया था। जिसमें असंतोषजनक जवाब देने के बाद सेवा समाप्ति हुई है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी 14 शिक्षकों की सूची में 13 शिक्षक कक्षा 1 से 5 तक के हैं, जबकि कुमारी मोनिका शुक्ला मध्य विद्यालय कड़वा नवगछिया में यह कक्षा 6 से 8 की हैं।
जारी सूची में गोपालपुर, नाथनगर, इस्माइलपुर व शाहकुंड के दो-दो, खरीक, नारायणपुर, रंगरा चौक के एक-एक, नवगछिया के तीन शिक्षक शामिल हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के 12, जबकि पश्चिम बंगाल और झारखंड के एक शिक्षक हैं।
इन शिक्षकों की सेवा हुई समाप्त
नसीमा खातून
उपासना
सीमा गौतम
अंजली गौतम
सिंधुजा सिंह
अन्नू भारती
दीपशिखा मौर्य
सरिता यादव
राधिका देवी
कुमारी मोनिका शुक्ला
आकांक्षा शर्मा
राधिका देवी
अर्चना गुप्ता
अनीता
यह सभी शिक्षिका बिहार राज्य के बाहर के निवासी हैं, साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा की आहर्ता पूर्ण नहीं करते हैं। कोर्ट के निर्देश के बाद इनसे स्पष्टीकरण पूछा गया था। जो असंतोषजनक रहा, इसलिए इन 14 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। – राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी