शिक्षा विभाग ने अधिकारीयों पर की बड़ी करवाई, इन कारणों से बिहार में इन 5 स्कूलों के हेडमास्टर हो सकते हैं सस्पेंड, 58 प्रधानाध्यापकों के वेतन पर ग्रहण. - News TV Bihar

शिक्षा विभाग ने अधिकारीयों पर की बड़ी करवाई, इन कारणों से बिहार में इन 5 स्कूलों के हेडमास्टर हो सकते हैं सस्पेंड, 58 प्रधानाध्यापकों के वेतन पर ग्रहण.

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, शिक्षा विभाग ने अधिकारीयों पर की बड़ी करवाई, इन कारणों से बिहार में इन 5 स्कूलों के हेडमास्टर हो सकते हैं सस्पेंड, 58 प्रधानाध्यापकों के वेतन पर ग्रहण.

 

बिहार के दो जिलों में कुल 60 से अधिक हेडमास्टरों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. खगड़िया जिले के पांच स्कूलों के हेडमास्टरों पर अब निलंबन की तलवार लटक रही है. पटना से आयी टीम सहित जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा की गयी जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की मुश्किलें बढ़ी हैं.पटना से आयी टीम व डीईओ की अलग-अलग जांच के दौरान पांचों विद्यालयों में गड़बड़ी पायी गयी थी.

जिसके बाद डीईओ ने सभी प्रधानाध्यापकों पर अनुशासनिक कार्रवाई के लिए डीपीओ स्थापना को पत्र भेजा है. तीन दिनों की समय-सीमा तय की गयी है. वहीं भागलपुर में 58 हेडमास्टरों के वेतन पर ग्रहण लगा है.

खगड़िया डीईओ ने कार्रवाई का दिया निर्देश

खगड़िया के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार गौंड ने डीपीओ स्थापना को पत्र भेजा है. इन पांचों स्कूलों के हेडमास्टर पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. इतना ही नहीं, बल्कि कार्रवाई के लिए 72 घंटे की समय सीमा भी तय कर दी गयी है. जिसके बाद अब संभावना है कि मानसी प्रखंड के मध्य विद्यालय चुकती के हेडमास्टर हरिनंदन प्रसाद यादव,उच्च माध्यमिक विद्यालय पश्चिमी ठाठा की प्रभारी हेडमास्टर कृष्णा कुमारी, प्राथमिक विद्यालय राजाजान की प्रभारी हेडमास्टर अलका कुमारी, सदर प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय ओलापुर बाजार के प्रधानाध्यापक पिंटू कुमार और श्रीकृष्ण मध्य विद्यालय ओलापुर गंगौर के हेडमास्टर रणजीत कुमार पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.

भ्रामक व तथ्यहीन जवाब देकर बचने की कोशिश का आरोप

इस मामले को लेकर डीइओ ने कहा है कि स्कूल में सरकारी नियम कायदे के पालन सहित छात्र-छात्राओं के पठन पाठन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि खगड़िया के सदर प्रखंड स्थित दो स्कूल और मानसी प्रखंड के तीन स्कूलों की जांच में गड़बड़ी पायी गयी थी. जिसके बाद इन स्कूलों के हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण पूछा गया. जिसका जवाब भ्रामक व तथ्यहीन भेज कर प्रधानाध्यापक बचना चाह रहे थे, लेकिन डीईओ की सख्ती ने इनकी परेशानी बढ़ा दी है.

पत्र में पटना से आए पदाधिकारी का जिक्र

डीईओ ने डीपीओ को भेजे पत्र में कहा है कि पटना से आये शिक्षा विभाग के उपनिदेशक जावेद अहसन अंसारी द्वारा मानसी प्रखंड के तीन विद्यालयों की जांच के बाद सौंपे गये निरीक्षण प्रतिवेदन में उल्लेखित गड़बड़ी के आधार पर स्पष्टीकरण पूछा गया. इसके अलावा डीईओ द्वारा सदर प्रखंड के दो स्कूलों के निरीक्षण में गड़बड़ी पाये जाने पर प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया. गड़बड़ी की जद में आने के बाद कार्रवाई से बचने के लिए प्रधानाध्यापकों द्वारा सौंपे गये जवाब को डीईओ ने भ्रामक व तथ्यहीन करार देते हुए डीपीओ स्थापना को तीन दिनों के अंदर कार्रवाई कर प्रतिवेदन मांगा है.

भागलपुर में 58 हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण

इधर, भागलपुर जिले के 58 आईसीटी लैब का सप्ताहिक मूल्यांकन नहीं करने पर हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसकी जानकारी समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. जमाल मुस्तफा ने पत्र जारी कर दी है. कहा है कि सभी हेडमास्टर 24 घंटे के अंदर स्पष्ट करेंगे कि किस परिस्थिति में छात्र छात्राओं का सप्ताहिक मूल्यांकन नहीं किया गया. जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर हेडमास्टर और कम्प्यूटर शिक्षक, इंस्ट्रक्टर के वेतन मेंप र हेडमास्टर और कम्प्यूटर शिक्षक, इंस्ट्रक्टर के वेतन में एक दिन की कटौती करने की कार्रवाई की जाएगी.

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