मुख्यमंत्री के फटकार लगाने पर के के पाठक ने 3 जून से 30 जून तक के लिए छुट्टी का आवंटन दिया , शिक्षा विभाग से के के पाठक की लगभग विदाई लगभग तय  - News TV Bihar

मुख्यमंत्री के फटकार लगाने पर के के पाठक ने 3 जून से 30 जून तक के लिए छुट्टी का आवंटन दिया , शिक्षा विभाग से के के पाठक की लगभग विदाई लगभग तय 

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मुख्यमंत्री के फटकार लगाने पर के के पाठक ने 3 जून से 30 जून तक के लिए छुट्टी का आवंटन दिया , शिक्षा विभाग से के के पाठक की लगभग विदाई लगभग तय 

 

बिहार में स्कूलों की छुट्टी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी के पाठक को फटकार लगाई है इसके बाद के के पाठक ने स्वास्थ्य का बहाना लगाकर लंबी छुट्टी के लिए आवेदन दे दिया है ।

बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने भी देख पाठक पर नाराजगी जताई है उन्होंने कहा है कि सरकार की पहली प्राथमिकता बच्चों और शिक्षकों की जिंदगी बचाना है

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बार फिर से लंबी छुट्टी के लिए आवेदन दिया है. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि आगामी 3 जून से 30 जून तक केके पाठक छुट्टी पर रहेंगे.

वहीं, उनके अचानक छुट्टी पर जाने के फैसले को स्कूलों में टाइमिंग विवाद और शिक्षकों की छुट्टी से जोड़ा जा रहा है. बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में 8 जून तक स्कूलों को पूर्णत: बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन केके पाठक ने आदेश को संशोधित कर शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी थी. सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में सीएम नीतीश केके पाठक से बेहद नाराज हैं. इसी बीच केके पाठक ने ईएल (EL) लीव के लिए आवेदन दे दिया है.

बता दें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव भी आज रिटायर हो रहे हैं.

केके पाठक की अनुशंसा पर भी सरकार ने एक्सटेंशन नहीं दिया. बता दें कि कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव, केके पाठक के काफी भरीसेमंद अधिकारी हैं, लेकिन उनको एक्टेंशन नहीं मिलना भी एक कारण हो सकता है. केके पाठक के अचानक लंबी छुट्टी पर जाने से सवाल उठने लगा है कि क्या केके पाठक फिर शिक्षा विभाग लौटेंगे या विभाग से सरकार उनकी विदाई कर देगी.

बता दें कि बिहार में भीषण गर्मी को देखते हुए बुधवार (29 मई) की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया था. सीएम नीतीश के निर्देश पर इस संबंध में मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने आदेश पत्र जारी किया था. लेकिन, बाद में खबर आई कि इस आदेश पत्र में कुछ संशोधन किया गया और यह केवल बच्चों के स्कूल नहीं आने के लिए ही लागू किया गया. शिक्षकों को कोई राहत नहीं दी गई है और उन्हें अनिवार्य रूप से स्कूल आने के लिए कहा गया.

कहा गया कि शिक्षक पहले की तरह स्कूल आएंगे और रोज अधिकारी भी स्कूलों का इंस्पेक्शन करेंगे. इस बीच शिक्षकों को छुट्टी नहीं दिये जाने को लेकर शिक्षकों में आक्रोश बढ़ गया. शिक्षक संघ की ओर से कहा गया कि क्या हीट वेव से शिक्षक प्रभावित नहीं होंगे. अगर स्कूलों में बच्चे नहीं तो फिर शिक्षकों को बुलाने की क्या जरूरत है. शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिक्षकों को भी राहत देने की मांग की थी. अब जब केके पाठक अचानक छुट्टी पर चले गए हैं तो अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है.

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