बिहार के इन तीन शिक्षकों का क्या था कसूर? शिक्षा विभाग ने ले लिया यह बड़ा एक्शन

बिहार के इन तीन शिक्षकों का क्या था कसूर? शिक्षा विभाग ने ले लिया यह बड़ा एक्शन
बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही विद्यालय में पदस्थापित तीन शिक्षकों को एक ही दिन में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
इन शिक्षकों को कभी अंदेशा भी नहीं था कि उनके साथ ऐसा कुछ हो सकता है।
शिक्षा विभाग ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी कर रहे इन तीनों शिक्षकों रविंद्र कुमार, रवि गोपाल कुमार और अनु कुमारी को सेवा से मुक्त कर दिया है। ये सभी शिक्षक जमुई जिले के बरहट प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नगदेवा में कार्यरत थे। विभाग द्वारा जारी आदेश में उनके खिलाफ वेतन की वसूली (रिकवरी) का निर्देश भी दिया गया है।
दरअसल, वर्ष 2024 में इन शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जिसके दौरान उनके प्रमाण पत्रों को फर्जी पाया गया। इसके बाद सत्यापन के लिए इन्हें कई बार बुलाया गया, लेकिन वे लगातार अनुपस्थित रहे। 13 से 17 मई 2024 के बीच प्रमाण पत्र सत्यापन हेतु इन शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था। जब वे उपस्थित नहीं हुए, तो उन्हें स्पष्टीकरण देने का भी अवसर दिया गया, फिर भी वे नहीं आए।
विभाग ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा, लेकिन पता गलत होने के कारण पत्र वापस लौट आया। इसके बाद नियोजन समिति की बैठक में इन शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा कुमारी द्वारा आधिकारिक पत्र जारी किया गया है। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग की यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।