शिक्षा विभाग के ACS ने शुरू की नई पहल..आज से हर शनिवार करेंगे ‘शिक्षा की बात’, आप सवाल पूछें जवाब देंगे एस. सिद्दार्थ

0
n6375284591730529171388bbeceae98850fd1cc51cf4f59c5f096b93f250cfecb9f7d78f2e60223bf745ff

शिक्षा विभाग के ACS ने शुरू की नई पहल..आज से हर शनिवार करेंगे ‘शिक्षा की बात’, आप सवाल पूछें जवाब देंगे एस. सिद्दार्थ

 

बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अब व्यापक अभियान चलाया जाएगा। स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों का पाठ्यक्रम समय से पूरा हो और संसाधनों की कमी के कारण उन्हें पढ़ाई में कोई रुकावट न आए।बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि मार्च 2025 तक राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में आवश्यक संसाधनों की कमी पूरी कर दी जाएगी। इसमें टॉयलेट, कंप्यूटर सेंटर और पर्याप्त कक्षाओं का निर्माण शामिल होगा।उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में सभी शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी और नए शिक्षकों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि वे विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से शिक्षा प्रदान कर सकें।अपर मुख्य सचिव ने इस दिशा में पहल करते हुए एक कदम और आगे बढ़ाया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस.

सिद्धार्थ हर शनिवार को शिक्षा की बात कार्यक्र के तहत 10 चुनिंदा प्रश्नों का जबाब देंगे.

अब नई पहल शिक्षा विभाग ने शुरु की है. बिहार शिक्षा विभाग ने बजाप्ता ई मेल id जारी किया है। भेजे गए प्रश्नों में 10 प्रश्नों का चयन कर उसका एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ जवाब देंगे। आज से ही इसकी शुरुआत की जा रही है। हर शनिवार को दोपहर 12 बजे शिक्षा विभाग के एसीसी शिक्षा की बात करेंगे।

इस बाबत ई-मेल आईडी जारी की गई है- [email protected] पर प्रश्न भेजा सकता है जिसका उत्तर स्वयं एसीएस डॉ सिद्धार्थ देंगे.

Facebook.com/EducationDepartmentBihar

Youtube Link- youtube.com/@bihareducationdept

बिहार में स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने की कोशिश की जा रही है।सभी शिक्षक समय से स्कूल आएं,इसपर लगातार काम किया जा रहा है। स्कूलों का हर दिन निरीक्षण करने की व्यवस्था लागू की गई। शिक्षक की स्कूल में समय से उपस्थिति हो इसके लिए ई शिक्षा कोष ऐप लाया गया है।स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जा रहा है।

खुद एसीसी डॉ एस सिद्धार्थ लगातार सरकारी स्कूलों का निरीक्षण कर रहे। जहां कमी मिल रही उसे दूर करने की कोशिश की जा रही है। लापरवाही बरतने पर शिक्षकों पर कार्रवाई भी की जा रही है। इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। स्कूलों में शिक्षक उपस्थिति में काफी हद तक सुधार हो गया है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर भी एसीसी ने कई तरह के काम शुरू किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे